बहराइच सात जुलाई (भाषा) कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से सटे सुजौली थाना क्षेत्र के गांवों से पांच से सात वर्षीय बच्चियों को उनके घरों से अगवा कर उनके साथ दुष्कर्म करने के आरोप में 32 वर्षीय युवक को पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के मोबाइल से अश्लील वीडियो और बच्चियों की आपत्तिजनक तस्वीरें भी मिली हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान अविनाश पाण्डेय उर्फ सिंपल के तौर पर हुई है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राम नयन सिंह ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 25 जून से सुजौली थाना अंतर्गत आने वाले गांवों से पुलिस को सूचनाएं मिल रही थीं कि पांच से सात साल की बच्चियों को कोई रात में सोते समय घरों से उठा ले जाता है और शाम होते होते बच्चियां बरामद हो जाती थीं।
उन्होंने बताया कि सुजौली थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की अपहरण व बलात्कार की धारा और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) कानून के तहत चार मामले दर्ज किए गए थे।
सिंह ने बताया, “घटनाओं की जानकारी मिलने पर पीड़ित बच्चियों से पूछताछ की गयी तो मालूम हुआ कि आरोपी करीब 25 से 30 वर्ष का एक युवक है जिसने हाथ में टैटू बनवा रखा है। उसके सिर पर बाल कम हैं और वह शराब पीता है। उसके पास दो मोबाइल फोन हैं जिनसे वह बच्चियों को अश्लील वीडियो दिखाता है। बच्चियों के साथ गलत हरकत के बाद वह उन्हें टॉफी खिलाता था तथा नये कपड़े खरीदकर देता था।”
उन्होंने बताया कि पुलिस ने विस्तृत कार्य योजना बनाकर पांच टीमें लगाईं और अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी और क्षेत्राधिकारी (सीओ) हर्षिता तिवारी ने क्षेत्र में कैंप लगाकर घटना की छानबीन शुरू की।
सिंह ने कहा, “मैंने स्वयं रातों में तलाशी अभियान में भाग लिया। क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले गई, अपराध शाखा की सर्विलांस टीम ने घटनास्थलों के बीटीएस टावर की जद में आने वाले मोबाइल नंबरों का गहन विश्लेषण कर कई व्यक्तियों से पूछताछ की। क्षेत्र में मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर अभिसूचना संकलन की गई और विगत वर्षों में महिला अपराध से संबंधित जेल से रिहा अपराधियों से भी पूछताछ की गयी और आम जनता से भी सहयोग प्राप्त किया गया।”
एसपी ने कहा कि रविवार को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि 32 वर्षीय अविनाश पाण्डेय उर्फ सिंपल संदिग्ध लग रहा है और इस आधार पर पुलिस ने बीती रात उसे सुजौली थानांतर्गत ग्राम बाजपुर बनकटी से हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसके मोबाइल की जांच की गई तो उसमें उपरोक्त पीड़िताओं के आपत्तिजनक फोटो और अश्लील वीडियो मिले।
उनके अनुसार, आरोपी नशे की प्रवृत्ति का है और पूछताछ में अभियुक्त ने यह कबूल किया कि उसने बच्चियों को चॉकलेट, टॉफी और नमकीन का प्रलोभन देकर उनके घर से अगवा किया और उन्हें जंगल में ले जाकर उनके साथ यौन हिंसा को अंजाम दिया।
सिंह के मुताबिक, सभी पीड़िताओं द्वारा अभियुक्त की पहचान भी की गयी है और घटनाओं में प्रयुक्त साइकिल और मोबाइल फोन बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनाओं का अनावरण करने वाली टीमों को पारितोषिक के तौर पर 60 हजार रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है।
भाषा सं राजेंद्र नोमान
नोमान