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रियो डी जेनेरियो, सात जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस अल्बर्टो आर्से कैटाकोरा और उरुग्वे के राष्ट्रपति यामांडू ओरसी के साथ विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति कैटाकोरा के साथ उनकी ‘सार्थक बैठक’ हुई। इस दौरान महत्वपूर्ण खनिजों, व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य सेवा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा हुई।
उन्होंने बोलीविया को लातिनी अमेरिकी क्षेत्र में भारत का एक मूल्यवान भागीदार बताते हुए कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बहुत मजबूत हुए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘हमने प्राथमिकता के आधार पर व्यापारिक संबंधों में सुधार और विविधता लाने की जरूरत पर बात की। हमने डिजिटल प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण खनिजों, स्वास्थ्य सेवा, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के तरीकों पर चर्चा की।’’
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण खनिजों, व्यापार और वाणिज्य, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और यूपीआई, स्वास्थ्य और औषधि, पारंपरिक चिकित्सा, लघु एवं मझोले उद्योग, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में सहयोग पर चर्चा की।
बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने ‘महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और इस क्षेत्र में स्थायी और पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी विकसित करने की क्षमता को पहचाना।’
उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और आईटीईसी छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के तहत त्वरित प्रभाव परियोजनाओं और क्षमता निर्माण पहल सहित दोनों देशों के बीच चल रहे विकास सहयोग पर संतोष जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने छह अगस्त, 2025 को बोलीविया की आजादी के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बोलीविया के लोगों और सरकार को अपनी शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान उरुग्वे के राष्ट्रपति यामांडू ओरसी से भी मुलाकात की और व्यापार, रसायन, औषधि, प्रौद्योगिकी एवं रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंध वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत, उरुग्वे के साथ संबंधों को और गहरा करने का हरसंभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि मोदी और ओरसी ने डिजिटल सहयोग, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और यूपीआई, रक्षा, रेलवे, स्वास्थ्य और औषधि, कृषि, ऊर्जा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की।
बयान के मुताबिक, इस चर्चा का एक प्रमुख क्षेत्र द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को मजबूत करना था। दोनों पक्षों ने भारत-मर्कोसुर वरीय व्यापार समझौते के विस्तार में दिलचस्पी जताई जिसका उद्देश्य अधिक आर्थिक क्षमता और व्यापार पूरकता हासिल करना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम में हाल ही में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए राष्ट्रपति ओरसी का आभार व्यक्त किया और आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ उरुग्वे की एकजुटता की सराहना की।
बैठक में भारत और उरुग्वे की दूरगामी द्विपक्षीय साझेदारी विकसित करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। मोदी ने यह भी कहा कि उरुग्वे में योग की बढ़ती लोकप्रियता लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अद्भुत है।
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