आइजोल, सात जुलाई (भाषा) दक्षिण मिजोरम के लॉन्गतलाई जिले में 20 सदस्यीय चकमा स्वायत्त जिला परिषद (सीएडीसी) में लगातार राजनीतिक अस्थिरता के बाद सोमवार को राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जिला परिषद एवं अल्पसंख्यक मामलों के विभाग के सचिव लालमलसावमा पचुआउ द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया, ‘‘राज्यपाल सीएडीसी द्वारा प्रयोग की जाने वाली सभी शक्तियों और उसके द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों को स्वयं अपने हाथ में ले रहे हैं।’’
इसमें कहा गया कि राज्यपाल ने लॉन्गतलाई के उपायुक्त को कार्यवाहक नियुक्त किया है और वह राज्यपाल की ओर से सीएडीसी के सभी कार्य एवं शक्तियों का प्रयोग तत्काल प्रभाव से छह महीने की अवधि के लिए या अगले आदेश तक करेंगे।
अधिसूचना में कहा गया कि पूर्व मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) मोलिन कुमार चकमा को 16 जून को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हटा दिया गया था, जिसके बाद लखन चकमा ने मौजूदा कार्यकाल में परिषद का तीसरा प्रमुख होने का दावा पेश किया है।
इसमें कहा गया कि इस मामले पर मंत्रिपरिषद की राय प्राप्त कर ली गई है और राज्यपाल इस बात से संतुष्ट हैं कि सीएडीसी का प्रशासन छठी अनुसूची के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता।
भाजपा नेता मोलिन कुमार चकमा को 16 जून को विपक्षी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के सदस्यों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटा दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा के नेतृत्व वाली पहली कार्यकारी समिति सत्ता से बाहर हो गई।
भाषा प्रीति पारुल
पारुल