नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि राज्यसभा सचिवालय जल्द ही पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की याद में व्याख्यान श्रृंखला शुरू करेगा।
चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि व्याख्यान श्रृंखला शुरू करने के लिए समिति का नेतृत्व राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश करेंगे।
धनखड़ ने कहा कि चंद्रशेखर की स्मृति में एकमुश्त फेलोशिप भी दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘चंद्रशेखर की स्मृति में एकमुश्त फेलोशिप भी दी जाएगी। इसका उद्देश्य यह है कि इस महान नेता के सभी कार्यों और गतिविधियों को संकलित किया जा सके और उन्हें एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाए। यह काम उसी समिति द्वारा किया जाएगा जो चंद्रशेखर की स्मृति में आयोजित व्याख्यान श्रृंखला की देखरेख करेगी।’
उन्होंने चन्द्रशेखर को भारत के महानतम सपूतों में से एक बताया जो लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे।
धनखड़ ने कहा कि चंद्रशेखर को एक ‘युवा तुर्क’ (साहसी और बदलाव के समर्थक युवा नेता) के रूप में जाना जाता था और उन्होंने पार्टी के भीतर लोकतंत्र के लिए कार्य किया।
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘वह एक निडर राजनीतिज्ञ थे। एक ऐसे राजनेता जिन्होंने हमेशा एक जननायक की तरह काम किया। जब भारत के राष्ट्रवाद की बात आई तो उन्होंने अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और आराम की परवाह नहीं की तथा उन्होंने हमेशा हमें गौरवान्वित किया।’
चन्द्रशेखर का जन्म 17 अप्रैल, 1927 को बलिया में हुआ था और उनका निधन आठ जुलाई, 2007 को हुआ। वह नवंबर 1990 से जून 1991 तक प्रधानमंत्री रहे।
भाषा योगेश नरेश
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