मुंबई, आठ जुलाई (भाषा) राकांपा (एसपी) ने महाराष्ट्र में अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच 12,000 बच्चों की मौत पर मंगलवार को चिंता व्यक्त की तथा पूछा कि राज्य सरकार मासूम बच्चों की और मौतों को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है।
पार्टी के प्रवक्ता महेश तपासे ने एक बयान में कहा, ‘‘हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह इन मौतों के मामले में आयु-वार ब्योरा तुरंत जारी करे तथा अंतर्निहित कारणों की जानकारी दे, ताकि हमारे बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के लिए उचित विश्लेषण और लक्षित हस्तक्षेप संभव हो सके।’’
महाराष्ट्र के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश अबितकर ने सोमवार को कहा कि राज्य में पिछले साल अप्रैल से फरवरी 2025 के बीच 12,000 से अधिक बच्चों की मौत दर्ज की गई है, यानी प्रतिदिन औसतन 37 से अधिक मौतें।
यह आंकड़ा प्रश्नकाल के दौरान तब सामने आया जब विपक्ष और सत्ता पक्ष के 10 विधान परिषद सदस्यों ने सवाल पूछा कि क्या राज्य में 11 महीनों में 12,438 बच्चों की मौत हुई है?
उन्होंने कोल्हापुर जिले की स्थिति पर भी प्रकाश डाला, जहां 11 नवजात शिशुओं सहित 1,736 बच्चों की मृत्यु की सूचना मिली है।
प्रश्न के लिखित जवाब में अबितकर ने इन आंकड़ों की पुष्टि की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश अबितकर द्वारा हाल ही में यह स्वीकार किया जाना कि महाराष्ट्र में पिछले वर्ष अप्रैल से फरवरी 2025 के बीच 12,000 से अधिक बच्चों की मृत्यु हुई है, अत्यंत परेशान करने वाला है तथा वर्तमान सरकार की प्राथमिकताओं पर गंभीर सवाल खड़े करता है।’’
पार्टी ने पूछा कि महाराष्ट्र सरकार और अधिक मौतें रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है।
तपासे ने सवाल किया, ‘‘सरकार इन 12,438 बच्चों की मृत्यु के पीछे की आयुवार जानकारी और सटीक कारणों का खुलासा करने में क्यों विफल रही है?’’
भाषा नेत्रपाल नरेश
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