जयपुर, आठ जुलाई (भाषा) राजस्थान के नागौर जिले में बजरी खनन ठेकेदार के एक वाहन ने कथित तौर पर पांच लोगों को कुचलने की कोशिश की जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक इस घटना में गंभीर रूप से घायल पांच लोगों में से तीन को अजमेर रेफर कर दिया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। यह घटना सोमवार शाम को रियांबड़ी इलाके में रोहिशा रोड पर आडा मार्ग चौराहे के पास हुई।
पादुकलां के थाना प्रभारी भारमल ने बताया,’इस मामले में ‘क्रॉस एफआईआर’ दर्ज की गई है क्योंकि ग्रामीणों ने बजरी खनन ठेकेदार (संचालकों) के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। खनन वैध तरीके से किया गया था। इसमें पांच लोग घायल हुए हैं और सभी की हालत स्थिर है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। इस सिलसिले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।”
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बजरी से भरे वाहन को रोका। इसके बाद ग्रामीणों और खनन पट्टाधारक के लोगों के बीच झड़प हो गई। आरोप है कि इस दौरान एक वाहन से ग्रामीणों को कुचलने का प्रयास किया गया।
घटना के बाद रियांबड़ी इलाके के एक अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई और लीज बंद करने तथा जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की। देर रात तक प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, पूर्व विधायक इंदिरा देवी बावरी और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बातचीत हुई।
पुलिस ने बताया कि बाद में अधिकारी करणी माता मंदिर के पास विवादित लीज और सूरियास में एक अन्य लीज को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से स्थगित पर सहमत हो गए। स्थानीय तहसीलदार ने 21 जुलाई तक साइट पर बजरी खनन पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस भी जारी किया।
घटना में घायल हुए लोगों की पहचान सुनील (22), मोतीराम (40), रामलाल (43), नोरतराम (50) और पंचराम (60) के रूप में की गयी है।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना को लेकर प्रशासन की आलोचना की है।
भाषा
पृथ्वी, रवि कांत
रवि कांत