नयी दिल्ली, 8 जुलाई (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्षी दलों के हमले के बीच मंगलवार को कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सटीक मतदाता सूची अपरिहार्य है।
कुमार ने यहां एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में बूथ स्तर के अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
सीईसी ने कहा कि मतदाता सूची का सटीक होना लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपरिहार्य है।
विपक्ष ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए निर्वाचन आयोग पर हमले तेज कर दिए हैं। विपक्ष का कहना है कि इस कवायद से करोड़ों मतदाता मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
निर्वाचन आयोग का कहना है कि 22 साल बाद हो रही इस कवायद का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि पात्र लोग ही मतदाता सूची में शामिल हो सकें।
उच्चतम न्यायालय सोमवार को चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 10 जुलाई को सुनवाई करने पर सहमत हो गया।
इस साल के अंत में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विशेष गहन पुनरीक्षण करने के निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी), शिवसेना (उबाठा), समाजवादी पार्टी, झामुमो, माकपा और भाकपा (माले) लिबरेशन समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने संयुक्त याचिका शीर्ष अदालत में दायर की है। कई दूसरी याचिकाएं भी दायर की गईं हैं।
भाषा हक हक दिलीप
दिलीप