मुंबई, आठ जुलाई (भाषा) वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अपनी प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे बढ़कर 85.73 पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली कम रहने और मजबूत घरेलू शेयर बाजार ने रुपये को और मजबूत किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.75 पर खुला और 85.64-85.80 के सीमित दायरे में कारोबार करने के बाद 85.73 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे की बढ़त है।
सोमवार को रुपया 54 पैसे की भारी गिरावट के साथ 85.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘आज (मंगलवार) अमेरिका-भारत (समझौता) संपन्न होने की संभावना के साथ रुपया सीमित दायरे में रहा, और इसमें तेजी का रुख दिखा। एक निर्णायक लघु व्यापार समझौते से रुपया एक बार फिर 85.30/40 के स्तर पर पहुंच सकता है।’’
उन्होंने कहा कि आज रात कुछ सकारात्मक घटनाक्रमों की उम्मीद के साथ बुधवार को स्थानीय मुद्रा के 85.30-86.00 के दायरे में रहने की उम्मीद है।
मिराए एसेट शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी के अनुसार, कमजोर अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण रुपये में तेजी आई, हालांकि कमजोर वैश्विक बाजारों और व्यापार शुल्कों को लेकर जारी अनिश्चितता ने इसकी तीव्र बढ़त को सीमित कर दिया।
वैश्विक तेल मानक, ब्रेंट क्रूड का दाम वायदा कारोबार में 0.55 प्रतिशत घटकर 69.20 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
छह वैश्विक प्रतिस्पर्धी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत घटकर 97.30 रह गया।
इस बीच, घरेलू शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 270.01 अंक बढ़कर 83,712.51 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 61.20 अंक के लाभ के साथ 25,522.50 अंक रहा।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 26.12 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय