अशोकनगर (मप्र), आठ जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश में कांग्रेस के एक विधायक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भारत की आजादी के आंदोलन में उसकी भूमिका को लेकर मंगलवार को निशाना साधा। इसके बाद राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी।
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पार्टी के अन्य नेताओं ने मंगलवार को अशोकनगर में ‘न्याय सत्याग्रह’ किया। यह प्रदर्शन एक व्यक्ति को फर्जी दावा करने के वास्ते मजबूर करने के आरोप में पटवारी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के विरोध में किया गया।
मूदरा बड़वाह गांव के लोधी समुदाय के एक युवक के साथ मारपीट करने और उसे मल खिलाने की खबर के संबंध में पिछले महीने अशोकनगर जिले के मुंगावली पुलिस ने पटवारी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था।
इस प्रदर्शन के दौरान ग्वालियर जिले की ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर ने कहा, ‘‘साथियों जो मर्द थे वो जंग में आए और जो हिजड़े थे वो संघ में गए।’’
कांग्रेस विधायक के बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है, जिसे व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्या विपक्षी नेता के उक्त शब्द पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव के लिए है क्योंकि वे कांग्रेस के ‘न्याय सत्याग्रह’ में शामिल नहीं हुए।
मध्यप्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग ने अशोकनगर में कांग्रेस के प्रदर्शन को ‘असफल’ करार दिया और आरोप लगाया कि इसमें विपक्षी दल ने ‘फूहड़तापूर्ण’ प्रदर्शन की कोशिश की।
उन्होंने कहा, ‘यह प्रदर्शन कांग्रेस की गुटबाजी का प्रबल उदाहरण प्रस्तुत करता है।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक का यह बयान ‘थर्ड जेंडर’ और महिलाओं का भी अपमान है। सारंग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभ्य समाज में इस तरह के बयान की घोर निंदा करती है।
कांग्रेस के इस ‘न्याय सत्याग्रह’ में प्रदेशभर के नेता गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। हालांकि इस कार्यक्रम में कमलनाथ और यादव नजर नहीं आए।
भाषा सं ब्रजेन्द्र अमित
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