ब्रासीलिया, आठ जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और ब्राजील आतंकवाद तथा इसका समर्थन करने वालों का कड़ा विरोध करते हैं। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान और उसके सदाबहार मित्र चीन की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि आतंकवाद पर दोहरे मानदंड के लिए कोई जगह नहीं है।
मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डी सिल्वा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य में कहा, ‘आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने और इसे लेकर दोहरा मानदंड न अपनाये जाने की नीति को लेकर हमारी सोच एक जैसी है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने किसी देश का नाम लिये बिना कहा कि भारत और ब्राजील आतंकवाद और उसका समर्थन करने वालों का कड़ा विरोध करते हैं। पूर्व में भारत ने पाकिस्तान को ‘आतंकवाद का वैश्विक केंद्र’ बताया है।
मोदी ने पाकिस्तान के सदाबहार मित्र चीन की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा, ‘‘आतंकवाद के मामले में दोहरे मानदंड के लिए कोई स्थान नहीं है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने अप्रैल में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रपति लूला की एकजुटता और समर्थन के लिए उनका आभार जताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, बुनियादी ढांचे के विकास, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों सहित बहुआयामी संबंधों पर व्यापक चर्चा की।
जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण खनिजों, नयी और उभरती प्रौद्योगिकियों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सुपर कंप्यूटर, डिजिटल सहयोग और गतिशीलता के नये क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे। जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने अगले पांच वर्षों में 20 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य निर्धारित किया।
वार्ता के बाद, दोनों पक्षों ने कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद राजकीय यात्रा पर यहां पहुंचे मोदी ने कहा कि ब्राजील की उनकी यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करेगी।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का ब्रासीलिया के अल्वोराडा पैलेस में 114 घोड़ों की एक अनूठी परेड के साथ भव्य औपचारिक स्वागत किया गया। मोदी ने अपने स्वागत के दौरान एक भारतीय शास्त्रीय भजन प्रस्तुति भी देखी।
भाषा अमित सुरेश
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