पूर्णिया, आठ जुलाई (भाषा) बिहार के पूर्णिया जिले में कथित तौर पर जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की नृशंस हत्या में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
पूर्णिया जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के टेटमा इलाके में जादू-टोना करने के संदेह में तीन महिलाओं समेत एक ही परिवार के पांच सदस्यों की रविवार रात को कथित तौर पर हत्या कर दी गई और उनके शव जला दिये गये।
पूर्णिया पुलिस द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए एसआईटी गठित की गई है। तेईस नामजद आरोपियों समेत 25 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’’
इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें छोटू उरांव, मोहम्मद सनाउल और नकुल उरांव शामिल हैं।
गृह विभाग ने पुलिस और प्रशासन से सात दिन के भीतर घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट भी मांगी है।
शुरुआती जांच से पता चलता है कि टेटमा गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की पहले जादू-टोना करने के शक में हत्या की गई। ऐसा लगता है कि आरोपियों ने फिर उनके शवों को झाड़ियों में जला दिया।
जांच से यह भी पता चला है कि सीता देवी, काली, रानी देवी, बाबू लाल और मंजीत राम की हत्या के दौरान वहां 100 से अधिक ग्रामीण मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि हत्या करने के बाद वे उनके शव को ट्रैक्टर में रखकर झाड़ियों में ले गए और जला दिया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के एक वर्ग ने दावा किया है कि गांव में हाल ही में हुई एक बच्चे की मौत के कारण यह हत्या की गई होगी।
ऐसा संदेह है कि गांव में हाल ही में काले जादू के कारण लड़के की मौत हुई है। मामले की जांच की जा रही है। सभी मृतक एक विशेष जनजाति के थे।
भाषा
प्रीति सुरेश
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