(तस्वीरों के साथ)
वडोदरा, नौ जुलाई (भाषा) गुजरात के वडोदरा जिले के महिसागर नदी में पुल का एक हिस्सा ढह जाने के बाद दिल को झकझोर देने वाला दृश्य देखने को मिला जब नदी में डूबे वाहन के ऊपर बैठी 35 वर्षीय सोनलबेन पढियार वहां मौजूद लोगों से अपने दो बच्चों और पति को बचाने की गुहार लगाती दिखीं।
हालांकि, जब तक बचावकर्मी मौके पर पहुंचे, बहुत देर हो चुकी थी। उसके पति और बच्चे पहले ही डूब चुके थे, और बचावकर्मी बाद में उनके शव निकाले।
इस दिल दहला देने वाले दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें सोनलबेन एक वाहन के डूबे हुए मलबे पर बैठी दिखाई दे रही हैं, उनका शरीर आंशिक रूप से पानी में डूबा हुआ है। वह रोते हुए घटनास्थल के पास जमा लोगों से मदद मांग रही हैं।
वह गुजराती में बदहवास होकर चिल्लाती नजर आ रही हैं, ‘‘मेरे बच्चे डूब गए… मेरे पति डूब गए, कृपया उन्हें बचा लो।’’ उसे दिलासा देने के लिए, पुल से वीडियो रिकॉर्ड कर रहा व्यक्ति उसे बताता है कि बचाव दल आ रहे हैं।
गुजरात के वडोदरा जिले में सुबह पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए। इस हादसे में सोनलबेन के पति रमेश पढियार (38), बेटी वेदिका (4) और बेटा नैतिक (2) सहित दस लोगों की मौत हो गई।
वडोदरा के पादरा तालुका के मुजपुर गांव की निवासी सोनलबेन को जब नदी के किनारे लाया गया तो उन्होंने बताया कि करीब एक घंटे तक वह मदद मांगती रहीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
महिसागर के तट पर स्थित मुजपुर पुल के बहुत करीब है।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम भावनगर के बगदाना में प्रार्थना करने जा रहे थे। हमारी वैन में सात यात्री सवार थे। हम सुबह 6.30 बजे निकले और लगभग सात बजे पुल पर पहुंचे। जब हम पुल पार कर रहे थे, तो एक हिस्सा ढह गया, जिससे कई वाहन नदी में गिर गए।’’
पुलिस अधीक्षक (वडोदरा ग्रामीण) रोहन आनंद ने बताया कि मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाले और पादरा कस्बे के पास स्थित गंभीरा पुल का एक स्लैब ढह गया, जिससे दस लोगों की मौत हो गई।
बदहवास सोनलबेन ने बताया,‘‘चूँकि मैं वैन के पिछले हिस्से में बैठी थी, इसलिए किसी तरह बाहर निकल आई। लेकिन मेरे पति और बच्चे फंस गए क्योंकि एक ट्रक हमारे वाहन पर गिर गया। पानी भी गहरा था। मैं लगभग एक घंटे तक मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया।’’
भाषा धीरज माधव
माधव