बेंगलुरु, नौ जुलाई (भाषा) केरल के एक दंपति ने बेंगलुरु में ‘चिटफंड कंपनी’ के जरिए करीब 1,300 निवेशकों से 50 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की और उसके बाद दोनों फरार हो गए। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि उनके अधिकतर निवेशक केरलवासी हैं।
उसने बताया कि निवेशकों में से एक पी.टी. सवियो ने योजना में 70 लाख रुपये गंवाने का दावा किया और पांच जुलाई को राममूर्ति नगर थाने में अधिकारियों से संपर्क किया, जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया।
पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर बेंगलुरु के राममूर्ति नगर इलाके में एएंडए चिट फंड्स एंड फाइनेंस के मालिक टॉमी ए और उसकी पत्नी शिनी टॉमी के खिलाफ चिट फंड अधिनियम, अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अध्यादेश 2019 की संबंधित धारा और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (धोखाधड़ी), 316 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
उनकी शिकायत के बाद कई निवेशक शिकायत लेकर आगे आए। क्योंकि उन्होंने पाया कि फर्म का कार्यालय बंद था और दंपति से संपर्क नहीं हो पा रहा था।
पुलिस के अनुसार, अब तक उन्हें इस दंपति के खिलाफ 265 औपचारिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं और यह जोड़ा लंबे समय से बेंगलुरु में रह रहा था।
प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दंपति ने कथित तौर पर अपना अपार्टमेंट बेच दिया, अपने फोन बंद कर दिए और गायब हो गए। बताया जा रहा है कि दंपति ने 2005 के आसपास यह धंधा शुरू किया था और वे विभिन्न जमा और चिट योजनाओं के ज़रिए, उच्च रिटर्न का वादा करके, पैसा इकट्ठा कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है और धोखाधड़ी का वास्तविक पैमाना इससे कहीं अधिक बड़ा हो सकता है।
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश