(फाइल फोटो के साथ)
अशोकनगर (मप्र), नौ जुलाई (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के मामले में मुंगावली थाना प्रभारी पर नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाए जाने की मांग की है।
सिंह मंगलवार को यहां आयोजित कांग्रेस के ‘न्याय सत्याग्रह’ के बाद मुंगावली थाना क्षेत्र के मूडरा बड़वाह गांव पहुंचे।
मुंगावली पुलिस ने पिछले महीने मूडरा बरवाह गांव के लोधी समुदाय के एक युवक को मल खिलाए जाने की खबर के सिलसिले में पटवारी पर मामला दर्ज किया था। यह शिकायत पीड़ित युवक ने ही दर्ज कराई थी।
हालांकि पुलिस ने मल खिलाने के आरोप को गलत बताया था और पटवारी पर युवक से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझाकरके समाज में वैमनस्य फैलाने, जातियों के बीच झगड़े भड़काने और शांति भंग करने का आरोप लगाया था।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने यह दावा भी किया कि जब वह मूडरा गए तो पता चला कि गजराज लोधी और रघुराज लोधी पिछले कई दिनों से ‘गायब’ हैं।
सिंह ने कहा कि इसके बाद उन्होंने मुंगावली थाने में उनकी गुमशुदगी की लिखित शिकायत की।
उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, ‘‘अब पुलिस कह रही है कि इस पर (गुमशुदगी) प्राथमिकी लिखने से पहले हम जांच करेंगे। तो हमारा सवाल यह है कि हमारे अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी लिखने से पहले पुलिस ने क्या कोई जांच की? ज़ाहिर बात है कि नहीं की थी।’’
सिंह ने कहा, ‘‘शासकीय कर्मचारियों को संविधान का पालन करना चाहिए। नियम एवं कानून का पालन करना चाहिए। नियम विरुद्ध कार्य प्रणाली अपनाने पर अशोकनगर जिले के मुंगावली थाने के प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। तत्काल थाना प्रभारी को मुंगावली थाने से अपदस्थ कर देना चाहिए।’’
राज्यसभा सदस्य सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में यह पहला प्रकरण देखा है, जब बिना किसी फरियादी के पुलिस ने खुद फरियादी बनकर पटवारी के खिलाफ ‘झूठा’ प्रकरण दर्ज़ कराया।
उन्होंने कहा कि पटवारी के खिलाफ पुलिस ने जिन धाराओं में प्रकरण दर्ज़ किया है, वह समझ से परे है।
भाषा ब्रजेन्द्र वैभव राजकुमार
राजकुमार