हैदराबाद, 10 जुलाई (भाषा) तेलंगाना अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के अध्यक्ष ए जगन मोहन राव और चार अन्य को गबन के एक कथित मामले में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि जगन मोहन राव के अलावा एचसीए के कोषाध्यक्ष सी श्रीनिवास राव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुनील कांते और दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘पांच लोगों को धन के गबन और कुप्रबंधन समेत अन्य आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है।’’
सीआईडी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि यह धन के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के उद्देश्य से एचसीए पदाधिकारियों द्वारा दस्तावेजों की कथित जालसाजी का मामला है।
तेलंगाना क्रिकेट एसोसिएशन के महासचिव धरम गुरुवा रेड्डी की शिकायत के आधार पर बुधवार को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 465 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी करना), 471 (फर्जी दस्तावेज बनाना), 403 (संपत्ति का दुरुपयोग), 409 (लोक सेवक, बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) (34 के साथ पढ़ा जाए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान पता चला कि जगनमोहन राव ने राजेंद्र यादव और उनकी पत्नी जी कविता के साथ मिलीभगत करके जीसीसी के अध्यक्ष सी कृष्णा यादव के कथित तौर पर जाली हस्ताक्षर करके श्री चक्र क्रिकेट क्लब के जाली दस्तावेज बनाए।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन जाली दस्तावेजों को असली दस्तावेज के रूप में कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया, जिससे जगनमोहन राव को एचसीए में अध्यक्ष के रूप में गलत तरीके से प्रवेश मिल गया।
इसके अलावा, जगनमोहन राव ने कथित तौर पर दुर्भावनापूर्ण इरादे से श्रीनिवास राव और सुनील कांते के साथ मिलीभगत की, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया, सनराइजर्स हैदराबाद के अधिकारियों को गलत तरीके से रोका।
पुलिस ने बताया कि 2025 के आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) सत्र के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा जगन मोहन राव और अन्य पर लगाए गए आरोपों के बाद सीआईडी ने एचसीए के पदाधिकारियों को बुधवार को हिरासत में ले लिया था।
इससे पहले, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने एचसीए द्वारा बार-बार अपनाई जा रही ‘‘ब्लैकमेल करने की रणनीति’’ को रोकने के लिए क्रिकेट शासी निकायों के हस्तक्षेप का अनुरोध करने वाली सनराइजर्स हैदराबाद की याचिका के संबंध में जांच के आदेश दिए थे।
हालांकि, एचसीए ने फ्रैंचाइजी के इन सभी आरोपों का खंडन किया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल शासी परिषद को लिखे एक पत्र में सनराइजर्स हैदराबाद ने आरोप लगाया कि एचसीए फ्रैंचाइजी को खासकर अधिक मानार्थ टिकट (मुफ्त पास) देने को लेकर ‘‘धमका’’ रहा है।
फ्रैंचाइजी ने यह भी कहा कि अगर यह समस्या बनी रही, तो वह अपने घरेलू मैच किसी दूसरे राज्य में खेलने पर विचार करेगी। हालांकि, जगन मोहन राव ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि फ्रैंचाइजी से ऐसी कोई मांग नहीं की गई थी।
भाषा सिम्मी पारुल
पारुल