नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर विवाद का संतुलित समाधान निकालने में पंजाब और हरियाणा दोनों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष समाधान हितैषी रुख के साथ आगे बढ़ने पर सहमत हुए हैं।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने लंबे समय से लंबित अंतर-राज्यीय जल विवाद पर चर्चा के लिए बुधवार को यहां एक बैठक बुलाई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी और केंद्र के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पाटिल ने कहा कि मंत्रालय जल संसाधनों के न्यायसंगत और समन्वित प्रबंधन के लिए दोनों राज्यों को हर संभव सहयोग प्रदान कर रहा है।
पाटिल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में सतलुज-यमुना लिंक नहर से जुड़े मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। भारत सरकार का जल शक्ति मंत्रालय दोनों राज्यों को एक संतुलित समाधान खोजने में सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में, सभी पक्षों ने खुलकर अपनी बात रखी और समाधान निकालने संबंधी नजरिये के साथ आगे बढ़ने पर सहमति व्यक्त की।’’
पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे को सुगम बनाने के लिए दशकों पहले बनाई गई एसवाईएल नहर वर्षों से कानूनी और राजनीतिक विवाद का मुद्दा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि आगे तकनीकी स्तर पर चर्चा होने की संभावना है, तथा दोनों राज्य केंद्र के मार्गदर्शन में वार्ता जारी रखने की इच्छा जता रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगली बैठक अगस्त में होगी, जहां चर्चा को आगे बढ़ाया जायेगा।
भाषा देवेंद्र पवनेश
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