नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) धारावाहिक निर्माता एकता कपूर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह लोकप्रिय धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का दूसरा संस्करण लाने के विचार के सख्त खिलाफ थीं, लेकिन फिर उन्होंने ऐसा करने का फैसला किया क्योंकि वह एक ऐसा शो बनाना चाहती थीं जो महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाता है।
एकता कपूर ने ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का निर्माण किया था, जो स्टार प्लस चैनल पर प्रसारित हुआ था और जिसने 2000 से 2008 जक दर्शकों के दिलों पर राज किया था।
इस शो ने पिछले महीने अपने 25 साल पूरे कर लिए। अब इस धारावाहिक का दूसरा संस्करण आ रहा है जिसमें अभिनेत्री-राजनेता स्मृति ईरानी एक बार फिर ‘तुलसी विरानी’ की भूमिका में दिखाई देंगी।
अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक बयान में, एकता ने लोगों के इस सवाल का जवाब दिया कि उन्होंने इतने सालों बाद शो को वापस लाने का फैसला क्यों किया?
एकता ने कहा, ‘‘ जब ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के 25 साल पूरे होने वाले थे और इसे दोबारा शुरू करने का विचार सामने आया तो मेरी पहली प्रतिक्रिया थी ‘नहीं’। आप पुरानी यादों से मुकाबला नहीं कर सकते, यह हमेशा हावी रहती हैं….।’’
उन्होंने दावा किया कि एक अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा किए गए शोध से पता चला कि इस शो ने ‘घरों में महिलाओं को आवाज’ दी है।
एकता ने कहा,‘‘ 2000 से 2005 के बीच पहली बार महिलाओं ने पारिवारिक चर्चाओं में भाग लेना शुरू किया और यह बदलाव भारतीय टेलीविजन खासकर ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ और ‘कहानी घर घर की’ से आया था।’’
एकता ने कहा,‘‘ इस धारावाहिक ने दुनिया भर में भारत की कहानी कहने की परंपरा को आगे बढ़ाया। यह सिर्फ़ एक डेली सोप नहीं था बल्कि इसने बलात्कार, वैवाहिक बलात्कार, उम्र को लेकर शर्मिंदगी और इच्छामृत्यु जैसे मुद्दों पर चर्चा का मैदान तैयार किया। यही इस कहानी की असली विरासत थी।’’
उन्होंने कहा कि ‘स्टार प्लस’ और अपने प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स के अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने कई सवालों पर विचार किया और जब उन्हें जवाब मिल गए, तो उन्होंने नए शो के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।
भाषा शोभना मनीषा
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