गाजियाबाद (उप्र), 10 जुलाई (भाषा) गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों के बच्चों पर मोबाइल फोन की लत के हानिकारक प्रभावों के सिलसिले में परामर्श जारी किया है।
परामर्श में इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि जो आचरण अक्सर एक छोटी सी आदत के रूप में शुरू होता है वह गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में बदल सकता है और उनसे बच्चों में व्यवहार संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
इसमें कहा गया है कि बड़ी संख्या में माता-पिता अपने बच्चों के समस्याग्रस्त व्यवहार से जूझ रहे हैं और इस समस्या का सीधा संबंध मोबाइल फोन के बेतहाशा इस्तेमाल से है।
सलाह में इस लत से उत्पन्न होने वाली कई समस्याओं का विवरण दिया गया है, जिन्हें शारीरिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और व्यवहार संबंधी समस्याओं में वर्गीकृत किया गया है।
सीएमओ अखिलेश मोहन ने कहा, ‘लंबे समय तक एक ही मुद्रा में रहने के कारण कई बच्चों को गर्दन और पीठ में दर्द हो रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, खान-पान और नींद की आदतों में गड़बड़ी आम होती जा रही है।’
सोमवार को जारी किए गए इस परामर्श में साइबर अपराध में वृद्धि और इन मुद्दों से जुड़ी आत्महत्या की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी पर भी चिंता जताई गई है।
इस परामर्श में इन बढ़ती समस्याओं को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है। इसमें बच्चों के मोबाइल उपयोग करने के समय को कम करने के लिए कई एहतियाती उपाय सुझाए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि मदद चाहने वाले लोग टेली मानस हेल्पलाइन 14416 पर संपर्क कर सकते हैं, जो चौबीसों घंटे उपलब्ध है।
भाषा सलीम नोमान
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