नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने अपने 15 जिलों में कांवड़ शिविर आयोजकों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं ताकि श्रद्धालुओं की सुचारू यात्रा सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अंकित चौहान और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) रवि बिश्नोई के नेतृत्व में बुधवार को दक्षिण जिला पुलिस ने सभी सहायक पुलिस आयुक्तों (एसीपी), सभी थाना प्रभारियों (एसएचओ) तथा कांवड़ शिविर आयोजकों के साथ बैठक की।
बातचीत के दौरान, अधिकारियों ने आयोजकों को शिविरों में प्रदान की जाने वाली सुविधाओं और सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी।
चौहान ने अग्नि सुरक्षा उपकरण रखने और यातायात संबंधी समस्याओं के समाधान पर जोर दिया।
इन बैठकों का उद्देश्य पुलिस को तैयारियों की समीक्षा करने, नागरिक एजेंसियों के साथ समन्वय तथा कांवड़ियों को राष्ट्रीय राजधानी में सुगम अनुभव सुनिश्चित करने में मदद करना है।
चौहान ने कहा कि प्रत्येक कांवड़ शिविर के आसपास पुलिस तैनात की जाएगी।
बरसात को ध्यान में रखते हुए, अधिकारी बिजली विभाग के साथ समन्वय कर रहे हैं ताकि ‘करंट’ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए क्षतिग्रस्त बिजली तारों आदि की मरम्मत की जा सके।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कांवड़ियों के मार्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी चिह्नित मार्गों का स्थानीय पुलिस दल द्वारा सर्वेक्षण और सत्यापन किया जाएगा। हम यातायात प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस के साथ भी समन्वय कर रहे हैं…।’’
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस तीर्थयात्रियों के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर शुरू करेगी जो संकट की स्थिति में मदद देने के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों के हजारों कांवड़ यात्री सावन महीने में गंगा नदी से पवित्र जल लेकर आते हैं और शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं।
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश