नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में दिन के दौरान ई-रिक्शा चालक बनने और फिर रात में कथित रूप से चोरी कर दोहरी जिंदगी जीने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
द्वारका के पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि आरोपी आवासीय क्षेत्रों में बंद घरों को निशाना बनाते समय संदेह से बचने के लिए अपनी पहचान छिपाता रहा।
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने, डिजिटल निगरानी और स्थानीय क्षेत्र से मिली जानकारी के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई।
पुलिस के अनुसार, नजफगढ़ निवासी राहुल (34) के ठिकाने की सूचना मिलने के बाद दो जुलाई को उसे द्वारका से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त ने बताया, ‘‘उसकी गिरफ्तारी के बाद, टीम ने चोरी किए गए तीन मोबाइल फोन और अपराध के दौरान इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा बरामद किया। बार-बार अपराध करने वाले राहुल ने स्वीकार किया कि वह अलग ही समय में घरों को निशाना बनाता था और आने-जाने के लिए अपने ई-रिक्शा का इस्तेमाल करता था। उसने आर्थिक तंगी को चोरी की वजह बताया।’’
आरोपी ने एक सहयोगी की संलिप्तता का भी खुलासा किया, जो फिलहाल फरार है।
पुलिस ने बताया कि खुद को ई-रिक्शा चालक बताकर राहुल लोगों से मिलने जुलने में माहिर था।
पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से छावला, बिंदापुर और रणहौला पुलिस थानों में दर्ज घरों में चोरी के पांच मामले सुलझ गए हैं।
भाषा यासिर देवेंद्र
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