नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) दवा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कैंसर और स्व-प्रतिरक्षी रोगों के इलाज के लिए तैयार अपनी दवा के व्यवसायीकरण के लिए एबवी कंपनी के साथ करीब दो अरब डॉलर का लाइसेंस समझौता किया है। यह दवा क्षेत्र के सबसे बड़े सौदों में से एक है।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स की इकाई इचनोस ग्लेनमार्क इनोवेशन (आईजीआई) ने अपनी प्रमुख दवा ‘आईएसबी 2001’ के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
ग्लेनमार्क ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कैंसर और प्रतिरक्षक प्रणाली की नाकामी से होने वाले रोगों के उपचार के लिए ‘आईएसबी 2001’ दवा को विकसित किया गया है।
इस समझौते के तहत एबवी को उत्तरी अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन में इस दवा के वैश्विक विकास, निर्माण और व्यावसायीकरण के विशेष अधिकार दिए गए हैं।
दूसरी तरफ, एशिया के अन्य हिस्सों, लातिनी अमेरिका, रूस, पश्चिम एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया सहित उभरते बाजारों में इस दवा का विकास, निर्माण और व्यावसायीकरण खुद कंपनी करेगी।
नियामकीय मंजूरी मिलने पर आईजीआई को 70 करोड़ डॉलर का अग्रिम भुगतान मिलेगा। इसके अलावा विकास, नियामक और वाणिज्यिक भुगतानों में उसे 1.22 अरब डॉलर तक की राशि मिलेगी। वह शुद्ध बिक्री पर दोहरे अंकों की रॉयल्टी की भी हकदार होगी।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के अध्यक्ष (यूरोप और उभरते बाजार) क्रिस्टॉफ स्टोलर ने कहा, ‘‘नयी दवा ‘आईएसबी 2001’ का जुड़ना हमारी कैंसर-केंद्रित रणनीति का एक स्वाभाविक विकास है।’’
एबवी में कार्यकारी उपाध्यक्ष (शोध एवं विकास) और मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी रूपल ठक्कर ने कहा, ‘‘आईजीआई के साथ यह साझेदारी मरीजों के लिए नए उपचारों को आगे बढ़ाने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’’
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