हैदराबाद, 11 जुलाई (भाषा) गबन के मामले में गिरफ्तार किए गए हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के (एचसीए) के अध्यक्ष ए जगन मोहन राव और अन्य ने कथित तौर पर 8,340 क्रिकेट गेंदों की खरीद के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया था, जिनमें से एक भी प्राप्त नहीं हुई। तेलंगाना सीआईडी द्वारा एक स्थानीय अदालत में प्रस्तुत रिमांड रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
जगन मोहन राव, एचसीए के कोषाध्यक्ष सी श्रीनिवास राव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील कांटे और दो अन्य को बृहस्पतिवार को एक स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सीआईडी की एक विज्ञप्ति के अनुसार, यह एचसीए पदाधिकारियों द्वारा आपराधिक विश्वासघात के साथ धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग के उद्देश्य से दस्तावेजों की कथित जालसाजी का मामला है।
तेलंगाना क्रिकेट एसोसिएशन के महासचिव धरम गुरुवा रेड्डी की शिकायत के आधार पर बुधवार को भादंसं की धारा 465 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज बनाना), 403 (संपत्ति का दुरुपयोग) 409 (लोकसेवक, बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) आर/डब्ल्यू, 34 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘आरोपी व्यक्तियों ने निविदा प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और तेलंगाना सार्वजनिक खरीद (पारदर्शिता) अधिनियम-2017 एवं एचसीए के उप-नियमों में निर्धारित सभी सामान्य सिद्धांतों का उल्लंघन किया तथा 8,340 क्रिकेट गेंदों की खरीद के लिए मेसर्स इंडियाना स्पोर्ट्स को 1,03,74,118 रुपये की राशि का भुगतान किया। जांच से पता चला है कि रिकॉर्ड के अनुसार एक भी गेंद प्राप्त नहीं हुई और संबंधित पक्षों को वितरित नहीं की गईं। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि पूरी राशि का दुरुपयोग किया गया।’’
इसके अनुसार, जांच के दौरान यह पता चला कि जगनमोहन राव ने राजेंद्र यादव और उनकी पत्नी जी कविता के साथ मिलकर कथित तौर पर जीसीसी अध्यक्ष सी कृष्णा यादव के जाली हस्ताक्षर करके श्री चक्र क्रिकेट क्लब के जाली दस्तावेज बनाए, जिसे गौलीपुरा क्रिकेट क्लब कहा जाता था।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि इन जाली दस्तावेजों को कथित तौर पर वास्तविक के रूप में इस्तेमाल किया गया था, जिससे जगनमोहन राव बेईमानी से एचसीए में अध्यक्ष के रूप में प्रवेश पाने में सक्षम हो गए।
भाषा नेत्रपाल माधव
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