जयपुर, 11 जुलाई (भाषा) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को राजस्थान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से प्रदेश में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की।
विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर यह मांग रखी।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष पारीक ने कहा, “राज्य में जबरन और अवैध धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह एक चिंताजनक प्रवृत्ति है और इसे रोकने के लिए एक सख्त कानून की आवश्यकता है।”
मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्त्व विहिप के केंद्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने किया।
इस प्रतिनिधिमंडल में विहिप के क्षेत्रीय सचिव (संगठन) राजाराम, क्षेत्रीय सचिव सुरेश उपाध्याय और अन्य नेता एवं पदाधिकारी शामिल थे।
उन्होंने बताया, “प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के हर शहर और कस्बे में फैल रहे धर्मांतरण के षड्यंत्रों पर गंभीर चिंता व्यक्त की।”
पारीक के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से कहा कि हिंदू देवी-देवताओं व संस्कृति का अपमान आम बात हो गई है और लोगों को छल, प्रलोभन, इलाज के झूठे दावों तथा अन्य दबावपूर्ण तरीकों से गुमराह किया जा रहा है।
पारीक ने कहा, “इससे न केवल हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचती है, बल्कि देश की एकता और अखंडता को भी गंभीर खतरा है।”
प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में आदिवासी समुदायों की दुर्दशा की ओर भी मुख्यमंत्री का ध्यान दिलाया और कहा कि धर्मांतरण आदिवासियों की अनूठी परंपराओं व सांस्कृतिक पहचान के लिए खतरा बन रहा है।
पारीक के मुताबिक, “प्रतिनिधिमंडल ने जोर देकर कहा कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक सख्त कानून न केवल हिन्दू समाज और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए, बल्कि राष्ट्र की अखंडता की रक्षा के लिए भी जरूरी है।”
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