नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के खिलाफ विपक्ष का विरोध इस बात का संकेत है कि आगामी विधानसभा चुनावों में उसे हार का डर सता रहा है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इसे जारी रखने की अनुमति दी है और विपक्षी दलों से निर्वाचन आयोग के इस कथन पर भरोसा करने को कहा है कि संशोधन के जरिये किसी भी पात्र मतदाता को सूची से बाहर नहीं किया जाएगा।
राज्यसभा सदस्य झा ने कहा कि मुझे लगता है कि विपक्षी नेता चुनाव परिणाम अभी से देख पा रहे हैं। उनका यह सारा विरोध और प्रतिक्रियाएं इसी बात का नतीजा हैं कि उन्हें साफ़ तौर पर अंदाज़ा हो गया है कि जनता का फैसला क्या होने वाला है।
बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की उम्मीद है।
उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयोग को बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को जारी रखने की अनुमति देते हुए इसे ‘‘संवैधानिक दायित्व’’ बताया।
न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने इस कवायद के समय को लेकर सवाल भी उठाया और कहा कि बिहार में एसआईआर के दौरान आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड पर दस्तावेज के तौर पर विचार किया जा सकता है।
भाषा शफीक पवनेश
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