भुवनेश्वर, 11 जुलाई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को ओडिशा के पार्टी नेताओं को राज्य में भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का स्पष्ट संदेश दिया।
खरगे और गांधी ने यहां ‘संविधान बचाओ समावेश’ को संबोधित करने के तुरंत बाद राज्य के पार्टी नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठकें कीं।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल भी दोनों वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक में शामिल हुए।
पहली बैठक में पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यों ने भाग लिया, जबकि दूसरी बैठक में ओडिशा के कांग्रेस विधायक और पदाधिकारी शामिल हुए।
कांग्रेस ने लगभग चार दशक तक ओडिशा पर शासन किया, लेकिन यह वर्ष 2000 से राज्य की सत्ता से बाहर है।
कोरापुट के सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका ने बताया कि बैठकों के दौरान, राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को ओडिशा के तटीय क्षेत्र में पार्टी का आधार मजबूत करने और पूरी ताकत से भाजपा के खिलाफ लड़ने की सलाह दी।
बैठक में शामिल होने के बाद उलाका ने कहा, ‘‘गांधी ने राज्य इकाई के भीतर अंदरूनी कलह पर चिंता जताई, जिसके कारण पार्टी पिछले चुनावों में हारी थी। उन्होंने (राहुल) कहा कि जब सभी नेता मिलकर काम करेंगे, तो पार्टी पहले की तरह मजबूत हो जाएगी।’’
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने बताया कि राहुल गांधी ने पार्टी नेता को राज्य की जनता को यह बताने की सलाह दी कि ‘‘ओडिशा में असली सत्ता मुट्ठी भर पूंजीपतियों ने हथिया ली है।’’
कांग्रेस की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी बहिनीपति ने स्वीकार किया कि अंदरूनी कलह ने पार्टी को कमजोर किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने हमें ओडिशा में भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकजुट होकर लड़ने की सलाह दी है।’’
भाषा शफीक माधव
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