नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने कहा है कि मराठा शासकों द्वारा परिकल्पित असाधारण किलेबंदी और सैन्य प्रणाली का प्रतिनिधित्व करने वाले मराठा किलों को शुक्रवार को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल कर किया गया।
यह निर्णय पेरिस में चल रहे विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 47वें सत्र के दौरान लिया गया।
यूनेस्को ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में नया नाम: भारत में मराठों के किले।’’
यूनेस्को दर्जा के लिए नामांकन 2024-25 सत्र के लिए किया गया था।
मराठा शासकों के 12 किले एवं दुर्ग को यह दर्जा दिया गया, जिनमें महाराष्ट्र में साल्हेर किला, शिवनेरी किला, लोहगढ़, खंडेरी किला, रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, स्वर्णदुर्ग, पन्हाला किला, विजय दुर्ग और सिंधुदुर्ग और तमिलनाडु में जिंजी किला शामिल हैं।
विविध भौगोलिक क्षेत्रों में फैले ये धरोहर स्थल मराठा साम्राज्य की सामरिक शक्तियों को प्रदर्शित करते हैं।
मराठा शासकों के ये दुर्ग 17वीं और 19वीं शताब्दी के बीच के हैं।
भाषा सुभाष माधव
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