नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में पूर्व सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा है कि रियल एस्टेट कंपनियों को अपनी बिक्री को बढ़ावा देने के लिए संपत्तियों के ऑनलाइन विपणन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे उपभोक्ताओं को तेजी से निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आयोजित रियल एस्टेट सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आज, ई-कॉमर्स का समय है। अचल संपत्ति में ई-कॉमर्स क्यों नहीं हो सकता है।”
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्य सचिव मिश्रा ने कंपनियों से कारोबारी सुगमता के लिए प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकियों को अपनाने से परियोजना की लागत में बहुत वृद्धि नहीं होगी, बल्कि यह बिक्री बढ़ाएगा।
मिश्रा ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र को होटल उद्योग की तरह विपणन करने का प्रयास करना चाहिए जहां लोग ई-कॉमर्स मंचों पर कमरे बुक कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि डेवलपरों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भावी संपत्ति मालिकों को एक से अधिक बार दौरा करने की जरूरत नहीं है।
मिश्रा ने अचल संपत्ति के विकास के लिए भूमि को उपलब्ध कराने की जरूरत पर जोर दिया और ‘लैंड पूलिंग’ नीति के प्रभावी कार्यान्वयन की वकालत की।
उन्होंने भारत के शहरी और आर्थिक भविष्य को आकार देने में रियल एस्टेट क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
मिश्रा ने कहा कि रियल एस्टेट बाजार का आकार 2030 तक एक लाख करोड़ डॉलर को छूने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि इस समय भारतीय अर्थव्यवस्था में रियल एस्टेट क्षेत्र का योगदान लगभग 13 प्रतिशत है।
भाषा अनुराग रमण
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