गुरुग्राम (हरियाणा), 12 जुलाई (भाषा) गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को कहा कि पूर्व राज्यस्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की अपनी अकादमी नहीं थी और वह अलग-अलग जगहों पर टेनिस कोर्ट बुक कर खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं, जो उनके पिता को रास नहीं आ रहा था।
गुरुग्राम के सेक्टर 57 में सुशांत लोक स्थित दोमंजिला मकान में बृहस्पतिवार को राधिका (25) की उनके पिता दीपक यादव (49) ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।
दीपक को शनिवार को शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
शुक्रवार को अदालत ने उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था, जिस दौरान पुलिस ने सेक्टर 57 में स्थित उसके घर से पांच गोलियां और एक कारतूस बरामद किया था। आरोपी को जांच के तहत उसके गांव पटौदी भी ले जाया गया।
इससे पहले, पुलिस ने कहा था कि राधिका एक टेनिस अकादमी चलाती थीं, जो पिता-पुत्री के बीच विवाद का विषय बन गया था क्योंकि दीपक को अकसर अपनी बेटी की कमाई पर निर्भर रहने के लिए ताना मारा जाता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी आर्थिक रूप से संपन्न है और विभिन्न संपत्तियों को किराये पर देने से उसकी अच्छी आमदनी होती है, इसलिए वह बेटी की कमाई पर निर्भर नहीं था लेकिन ताने सुनने के कारण पिछले कुछ सप्ताह से अवसाद में था।
इस संबंध में एक जांच अधिकारी (आईओ) ने शनिवार को कहा, ‘‘राधिका की अपनी कोई अकादमी नहीं थी। वह अलग-अलग जगहों पर टेनिस कोर्ट बुक करके नये खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं। दीपक ने कई बार उनसे प्रशिक्षण बंद करने को कहा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। पिता और पुत्री के बीच तकरार की मुख्य वजह यही थी।”
पुलिस के अनुसार, दीपक ने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या करने की बात कबूल कर ली है।
ये दावे किये गए थे कि दीपक राधिका की सोशल मीडिया पर मौजूदगी और एक ‘इन्फ्लुएंसर’ बनने की आकांक्षा से नाराज था। कई लोगों ने दावा किया था कि एक कलाकार के साथ राधिका का संगीत वीडियो उनकी हत्या का कारण बना।
सेक्टर 56 थाने के निरीक्षक विनोद कुमार ने कहा, ‘‘वीडियो 2023 में अपलोड किया गया था और इसका हत्या से कोई संबंध नहीं है। आरोपी ने बार-बार कहा है कि वह नहीं चाहता था कि उसकी बेटी प्रशिक्षण से कमाई करे।’’
परिवार के एक करीबी रिश्तेदार के अनुसार, दीपक ने बचपन से ही राधिका के टेनिस करियर में साथ दिया था।
उन्होंने बताया कि दीपक अपनी बेटी द्वारा टेनिस का प्रशिक्षण दिये जाने से परेशान था और राधिका को कई बार प्रशिक्षण बंद करने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को चार गोलियां लगीं, जिनमें तीन पीठ में और एक कंधे में लगी। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को वजीराबाद स्थित उनके गांव में किया गया।
भाषा जोहेब सुभाष
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