भुवनेश्वर, 12 जुलाई (भाषा) ओडिशा के वरिष्ठ आदिवासी नेता और केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव ने शनिवार को कहा कि वह युवा पीढ़ी को मौका देने के लिए चुनावी राजनीति से ब्रेक लेना चाहते हैं।
नरेन्द्र मोदी कैबिनेट के सदस्य उरांव ने संबलपुर में ‘नियुक्ति मेला’ समारोह में भाग लेते हुए यह बात कही।
मंत्री ने कहा कि वह भविष्य में सांसद या विधायक पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उरांव ने समारोह के बाद पत्रकारों से कहा, ‘मैंने पिछले चुनाव के दौरान ही स्पष्ट कर दिया था कि मैं फिर कभी लोकसभा या विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ूंगा। अब समय आ गया है कि युवा पीढ़ी के लिए सीट खाली कर दी जाए। मैं पहले ही 10 बार प्रत्यक्ष चुनाव लड़ चुका हूं।”
उरांव ने हालांकि कहा कि वह पार्टी की सेवा करते रहेंगे और राज्यसभा सांसद या किसी भी राज्य का राज्यपाल बनने में संकोच नहीं करेंगे, लेकिन प्रत्यक्ष चुनाव में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। वह छह बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा के लिए काम करता रहूंगा और पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाऊंगा।’
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के कहने पर वह चुनाव लड़ेंगे तो उरांव ने कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं होगा। मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करूंगा।’
उरांव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी मंत्री रह चुके हैं। वह वाजपेयी द्वारा बनाए गए जनजातीय मामलों के मंत्रालय के पहले मंत्री थे।
भाषा जोहेब रंजन
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