ठाणे, 12 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए) का लगभग 94 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और यहां से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने के लिए 30 सितंबर का लक्ष्य रखा गया है।
फडणवीस ने कहा कि यह देश का सबसे आधुनिक और पूर्णतः सुसज्जित हवाई अड्डा होगा तथा प्राधिकारियों को सामान प्राप्ति प्रणाली को विश्व में सबसे तेज बनाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और वन मंत्री गणेश नाइक के साथ दिन में एनएमआईए परियोजना का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हम यहां हवाई अड्डे की प्रगति की समीक्षा करने आए हैं। हमने रनवे से लेकर टर्मिनल भवन तक के काम की प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति देखी और उससे संबंधित सभी जानकारी प्राप्त की। लगभग 94 प्रतिशत जमीनी काम पूरा हो चुका है।’’
उन्होंने बताया कि हवाई पट्टी पूरी तरह से तैयार है और टर्मिनल भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है, आंतरिक कार्य अभी चल रहा है। बाहरी अग्रभाग और बाहरी छत का काम तेज़ी से पूरा करने की ज़रूरत है। बाकी काम भी तेजी से चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने ‘यात्रियों के सामान संभालने की प्रणाली का भी अवलोकन किया, जो सबसे कुशल है, जिसमें सामान के बारकोड को 360 डिग्री स्कैनिंग प्रणाली द्वारा पढ़ा जा सकता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सामान सही जगह पर पहुंचे। हमने अधिकारियों से कहा है कि इस हवाई अड्डे में समान दावा प्रणाली न केवल देश में, बल्कि पूरे विश्व में सबसे तेज होना चाहिए और इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि जब हवाई अड्डा दो रनवे के साथ तैयार हो जाएगा, तो इसकी क्षमता सालाना नौ करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी।
फडणवीस ने कहा कि एनएमआईए पूरी तरह से आधुनिक प्रणालियों से सुसज्जित होगा, अर्थात् यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कई गुना बड़ा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देश का सबसे आधुनिक हवाई अड्डा होगा…चूंकि हमें (परियोजना का उद्घाटन करने के लिए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से समय लेना है, इसलिए हमने 30 सितंबर का लक्ष्य रखा है। यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वर्तमान में 13,000 से 14,000 श्रमिक प्रतिदिन काम कर रहे हैं। हमने अधिकारियों से 30 सितंबर तक उनकी संख्या डेढ़ गुना या दोगुनी करने को कहा है, क्योंकि अन्य लाइसेंस पूरे हो चुके हैं, लेकिन वाणिज्यिक संचालन के लिए सभी काम पूरे होने हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘व्यावसायिक लाइसेंस प्राप्त करने का काम भी साथ-साथ किया जा रहा है, ताकि 30 सितंबर तक, या उस समय के आसपास, जब भी प्रधानमंत्री समय दें, हम परियोजना का उद्घाटन कर सकें और वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर सकें।’’
हवाई अड्डे का विकास एक विशेष प्रयोजन निकाय नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (एनएमआईएएल) द्वारा किया जा रहा है। इस निकाय में अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) और सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ महाराष्ट्र (सिडको) की हिस्सेदारी क्रमश: 74:26 प्रतिशत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2018 में नये हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी, जो 16,700 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। इसका उद्देश्य सीमित क्षमता वाले मुंबई हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ को कम करना और देश में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करना है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘इस हवाई अड्डे की कई विशेषताएं हैं। यह पूरी तरह से नया हवाई अड्डा है, जहां 37 मेगावाट हरित ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। सभी वाहन या तो इलेक्ट्रिक होंगे या वैकल्पिक ईंधन और टिकाऊ विमानन ईंधन से चलेंगे, जिसका बड़े पैमाने पर विकास किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि नए हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए परिवहन साधनों को सुगम बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘हमने हवाई अड्डे के लिए एक विस्तृत संपर्क योजना तैयार की है। अटल सेतु को कोस्टल रोड से जोड़ने का काम अगले साल मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। ठाणे से एक सीधी उपरिगामी सड़क का सुझाव दिया गया है और वह काम भी जल्द ही शुरू हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे को चारों दिशाओं से उपनगरीय रेलवे, मेट्रो या जल परिवहन सहित परिवहन के सभी साधनों से जोड़ने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि यात्रियों के लिए वहां पहुंचना आसान हो सके।
भाषा धीरज सुरेश
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