बेंगलुरु, 12 जुलाई (भाषा) लोकसभा के पूर्व सदस्य डी के सुरेश ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उनके भाई एवं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार मुख्यमंत्री पद को लेकर न तो जल्दबाजी में हैं और न ही किसी दबाव में हैं।
सुरश ने यह टिप्पणी मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के हाल के उस बयान की पृष्ठभूमि में की जिसमें उन्होंने कहा था कि वह पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
सुरेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘डी के शिवकुमार न तो (मुख्यमंत्री बनने की) जल्दी में हैं और न ही किसी दबाव में हैं।’’
इससे पहले, ऐसी अटकलें थीं कि कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष शिवकुमार राज्य की मौजूदा सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री की भूमिका संभालेंगे।
सवालों के जवाब में सुरेश ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। आलाकमान, मुख्यमंत्री और शिवकुमार पहले ही इस मामले को लेकर अपनी बात स्पष्ट कर चुके हैं। सिद्धरमैया ने कहा है कि वह नेतृत्व में बने रहेंगे। फिर भी हमें नहीं पता कि मीडिया में भ्रम क्यों है।’’
उन्होंने कहा कि शिवकुमार उन्हें दी गई जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं और पार्टी के निर्देशानुसार काम कर रहे हैं।
सुरेश ने कहा, ‘‘फिलहाल मुख्यमंत्री का पद खाली नहीं है। हमें नहीं पता कि इस मुद्दे पर बार-बार चर्चा क्यों हो रही है।’’
उन्होंने कहा कि शिवकुमार पार्टी के एक निष्ठावान कार्यकर्ता हैं जो कांग्रेस आलाकमान का सम्मान करते हैं।
कर्नाटक में 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद ऐसी खबरें थीं कि ‘‘बारी-बारी से मुख्यमंत्री’’ बनने को लेकर एक समझौते पर सहमति बनी है, जिसके तहत शिवकुमार को ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, पार्टी की ओर से इस समझौते की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
भाषा
देवेंद्र रंजन
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