मैड्रिड, 12 जुलाई (भाषा) भारतीय तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शनिवार को यहां तीरंदाजी विश्व कप के चौथे चरण में दो रजत और एक कांस्य पदक जीतकर पोडियम पर अपनी हैट्रिक पूरी की।
पदक जीतने के बावजूद इस प्रदर्शन ने भारतीय तीरंदाजों की मुश्किल परिस्थितियों में दबाव में संघर्ष को उजागर कर दिया।
क्वालीफिकेशन दौर में कुल 2116 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल करने वाली ज्योति, परनीत कौर और पदार्पण कर रही 16 वर्षीय पृथिका प्रदीप की तिकड़ी स्वर्ण पदक की ओर बढ़ती दिख रही थी और तीसरे दौर के बाद 170-169 की बढ़त बनाए थी।
लेकिन यह तिकड़ी निर्णायक क्षण में आए दबाव में लड़खड़ा गई और चीनी ताइपे से 225-227 से हारकर स्वर्ण पदक से चूक गई। इस हार ने एक बार फिर टीम की मानसिक कमजोरियों को उजागर कर दिया और 2022 एशियाई खेलों के बाद कंपाउंड कोच सर्जियो पाग्नी के जाने के बाद से पैदा हुए खालीपन को भी उजागर कर दिया।
चीनी ताइपे की हुआंग आई-जौ, चेन यी-ह्सुआन और चिउ यू-एर्ह की तिकड़ी ने संयम बनाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
बाद में मिश्रित टीम स्पर्धा में ज्योति और ऋषभ यादव की शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने 10वीं वरीयता प्राप्त एल साल्वाडोर की पाओला कोराडो और डगलस व्लादिमीर नोलास्को की जोड़ी को 156-153 से हराकर कांस्य पदक जीता। भारतीय मिश्रित जोड़ी ने पहले दिन कुल 1431 अंकों के साथ क्वालीफाइंग विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था।
ज्योति को व्यक्तिगत कंपाउंड फाइनल में स्वर्ण पदक जीतने का एक और मौका मिला लेकिन वह ब्रिटेन की एला गिब्सन से 147-148 से हार गईं। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में कोरिया की हान सेउंगयोन को 144-143 से हराया था।
परनीत भी कांस्य पदक के प्लेऑफ में हान से 143-146 से हारकर पदक से चूक गईं।
भारतीय मिश्रित जोड़ी शुक्रवार को सेमीफाइनल में उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी थी और 12वीं वरीयता प्राप्त नीदरलैंड से 152-155 से हार गई थी।
भाषा नमिता आनन्द
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