(तस्वीरों के साथ)
लंदन, 12 जुलाई (भाषा) सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल लॉर्ड्स मैदान पर अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा करने के बाद ढीले शॉट पर आउट हो गए लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी और रविंद्र जडेजा ने जोफ्रा आर्चर की अगुवाई में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी का डटकर सामना किया जिससे भारत ने तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे सत्र के खेल के बाद पांच विकेट पर 316 रन बना लिये।
चाय के विश्राम के लिए खेल रोके जाते समय रविंद्र जडेजा 40 और नीतीश कुमार रेड्डी 25 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए अब तक 62 रन की साझेदारी कर ली है।
भारत इंग्लैंड की पहली पारी में बनाये गये 387 रन से अब भी 71 रन पीछे है।
राहुल ने लंच के तुरंत बाद आर्चर की गेंद पर एक रन लेकर टेस्ट में अपना 10वां शतक पूरा किया। वह दिलीप वेंगसरकर (तीन शतक) के बाद लॉर्ड्स में एक से अधिक शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं।
राहुल की एकाग्रता हालांकि शतक पूरा करने के अगली ही गेंद पर भंग हो गई। उन्होंने शोएब बशीर की फ्लाइट लेती गेंद पर ड्राइव करने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप पर खड़े हैरी ब्रूक के हाथों में चली गई।
राहुल के आउट होने के बाद भारत को तेजी से रन बनाने में परेशानी हुई। जडेजा और रेड्डी ने जोखिम लिये बिना विकेट बचाने पर ध्यान दिया। भारत ने दिन के दूसरे सत्र में सिर्फ 68 रन बनाये। इस दौरान आर्चर की तेजी से उछाल लेती गेंद रेड्डी के हेलमेट पर भी लगी।
बशीर को विकेट लेने के तुरंत बाद अपनी ही गेंदबाजी पर क्षेत्ररक्षण करते समय बाएं हाथ की उंगली पर चोट लगने के कारण मैदान छोड़ना पड़ा।
रेड्डी और जडेजा के बीच विकेटों के बीच खराब तालमेल भी इस सत्र में साफ दिखाई दिया। इस सत्र में ऐसे तीन मौके आये तब वे रन आउट होने के करीब थे।
इंग्लैंड ने भारतीय पारी के 80 ओवर पूरा होते ही दूसरी नयी गेंद ली लेकिन उन्हें इससे ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ। सत्र की शुरुआत में राहुल का अपना विकेट तोहफे में देना ही इस सत्र में उनकी एकमात्र सफलता थी।
राहुल ने 177 गेंद की पारी में 13 चौके की मदद से 100 रन बनाये।
इससे पहले ऋषभ पंत ने अपनी बाईं तर्जनी उंगली में दर्द के बावजूद रोमांचक अर्धशतक बनाया, लेकिन लंच के ठीक पहले रन आउट हो गए। पंत (74 रन, 112 गेंद) पहले सत्र के आखिरी ओवर में रन चुराने की कोशिश में रन आउट हुए।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का कवर क्षेत्र से शानदार किया गया शानदार थ्रो विकेटों पर जा लगा और पंत उस समय क्रीज से बाहर थे। राहुल और पंत ने हालांकि चौथे विकेट के लिए 198 गेंदों में 141 रनों की साझेदारी कर मैच पर भारत की पकड़ मजबूत बनाई।
मैच के पहले दिन विकेटकीपिंग करते हुए उंगली में लगी चोट के दर्द से जूझ रहे पंत ने जोफ्रा आर्चर की तेज गति के आगे अपने इरादे दिन के पहले ओवर में ही जाहिर कर दिये।
उन्होंने दिन की पहली गेंद पर ग्लांस कर चार रन बटोरने के बाद कदमों का इस्तेमाल करते हुए कवर क्षेत्र के ऊपर से आक्रामक शॉट खेला ।
दूसरे छोर से राहुल ने सधी शुरुआत करते हुए संभल कर बल्लेबाजी की।
दिन के शुरुआती ओवरों में जहां भारतीय बल्लेबाज सतर्कता से खेल रहे थे वहीं इंग्लैंड की गेंदबाजी में भी पैनापन की कमी दिखी।
इस दौरान इंग्लैंड के गेंदबाजों ने लगातार 31 डॉट गेंद डाली। पंत ने भारतीय पारी के 51वें ओवर में एक रन लेकर डॉट गेंदों पर विराम लगाया तो वहीं राहुल ने अगली गेंद पर चौका जड़ने के बाद कार्स के खिलाफ शानदार ऑन ड्राइव कर गेंद को चार रन के लिए भेजा।
उन्होंने इस गेंदबाज के अगले ओवर में हैट्रिक चौके के साथ इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दबाव बनाया।
इंग्लैंड ने पंत के खिलाफ शुभमन गिल की बल्लेबाजी के समय की योजना लागू करते हुए विकेटकीपर को तेज गेंदबाजों के खिलाफ विकेटों के करीब लगाया लेकिन भारतीय विकेटकीपर ने जब आक्रामक रूख अपनाना शुरू किया तो उनका यह दांव कमजोर पड़ गया।
पंत को इस दौरान स्टोक्स की गेंद पर उंगली पर चोट लगी लेकिन उन्होंने फिजियो से इलाज के बाद बल्लेबाजी जारी रखी।
भारत ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 145 रन से करते हुए पहले घंटे में 52 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने इसके बाद गेंद बदलने की मांग की जिसे अंपायरों ने मान लिया लेकिन उसके गेंदबाजों को इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
पंत ने स्टोक्स के खिलाफ फाइन लेग के ऊपर से छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी का दूसरा छक्का शोएब बशीर की गेंद पर जड़ा।
उनके रन आउट होने से इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली।
भाषा आनन्द नमिता
नमिता