लंदन, 12 जुलाई (भाषा) ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतने वाले इंग्लैंड के आखिरी कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस को शुभमन गिल अपने शुरुआती कप्तानी के दिनों की याद दिलाते हैं जब नेतृत्व की अतिरिक्त जिम्मेदारी का उनके बल्लेबाजी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा था।
स्ट्रॉस ने लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान पीटीआई से कहा कि कप्तानी ने बल्लेबाज शुभमन गिल की मदद की है, जिन्होंने श्रृंखला में अब तक 601 रन बनाए हैं।
कप्तान के रूप में गिल की पहली टेस्ट श्रृंखला से पहले एसईएनए (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों में उनके रिकॉर्ड पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन 25 वर्षीय गिल ने टेस्ट में अपने खेल को अगले स्तर पर ले जाकर आलोचकों को खामोश कर दिया है।
स्ट्रॉस ने कहा, ‘‘ उसका यह सत्र अब तक असाधारण रहा है। वह वास्तव में शानदार तकनीक वाले एक बेहतरीन खिलाड़ी है। मैं अपने उस समय के बारे में भी सोचता हूं जब मैंने इंग्लैंड की कप्तानी शुरू की थी, वह अतिरिक्त जिम्मेदारी शुरुआती चरणों में आपकी बल्लेबाजी में वास्तव में मददगार होती है।’’
इंग्लैंड के लिए खेले गए अपने 100 टेस्ट में से 50 में कप्तानी करने वाले 48 वर्षीय इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ यह शायद बाद के चरणों में अधिक कठिन हो जाता है, लेकिन अभी वह उस ‘स्वीट स्पॉट (शानदार लय)’ में है। मुझे लगता है कि उसे बस इस लय को जारी रखते हुए इसका लुत्फ उठाना चाहिये।’’
विराट कोहली और रोहित शर्मा के जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास के बाद भी गिल के नेतृत्व वाली भारतीय बल्लेबाजी क्रम ने शानदार प्रदर्शन किया है।
स्ट्रॉस ने यशस्वी जायसवाल को एक असाधारण प्रतिभा करार देते हुए कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है और इसने टीम को बदलाव के दौर से सामंजस्य बिठाने में मदद की है।
स्ट्रॉस ने कहा, ‘‘ मुझे उतनी हैरानी नहीं हुई क्योंकि मुझे लगता है कि अब भारतीय क्रिकेट में बहुत प्रतिभा और विकल्प है। आपको बस आईपीएल और अंडर-19 क्रिकेट को देखना होगा। आपके पास बहुत गहराई है, खासकर बल्लेबाजी विभाग में।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अभी भी सोचता हूं कि (रविंद्र) जडेजा और (रविचंद्रन) अश्विन एक बहुत ही प्रभावी संयोजन थे। उनकी मौजूदगी में (जसप्रीत) बुमराह का काम काफी हद तक आसान होता था। यह देखना बाकी है कि अश्विन के बिना जडेजा श्रृंखला के दौरान यह कितना प्रभावी होता है।’’
उन्होंने युवा सलामी बल्लेबाज जायसवाल की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘ वह एक असाधारण प्रतिभा हैं। मैंने उन्हें पिछले तीन या चार सालों से देखा है। मैं कुछ समय के लिए राजस्थान रॉयल्स से जुड़ा हुआ था, इसलिए उन्हें बड़ा होते देखना और टेस्ट क्रिकेट में इतनी आसानी से ढलते देखना बहुत अच्छा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘‘ इंग्लैंड में बेन डकेट ने वास्तव में प्रभावित किया है। उन्होंने सभी प्रारूपों में अपने प्रदर्शन से वास्तव में प्रभावित किया है।’’
स्ट्रास ने अपनी दिवंगत पत्नी रूथ स्ट्रॉस की याद में एक वार्षिक कैंसर ‘फंडरेजर’ ‘रेड फॉर रुथ’ के अवसर पर कहा, ‘‘डकेट इन दिनों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक है।’’
मौजूदा श्रृंखला में ड्यूक गेंद को लेकर हुए विवाद पर स्ट्रॉस ने कहा कि गेंद के बारे में लगातार शिकायत करने से क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम को कोई मदद नहीं मिलती।
स्ट्रॉस ने कहा, ‘‘सच कहूं तो यहां मौसम बहुत अच्छा (ज्यादा बारिश नहीं हो रही) रहा है और इसका गेंदों के नरम होने पर भी असर पड़ता है। ड्यूक गेंदों का हर बैच थोड़ा अलग होता है और यही क्रिकेट की बारीकियां हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मतलब है कि आदर्श रूप से आप हर समय गेंदों को बदलना नहीं चाहेंगे, लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है, खिलाड़ियों के तौर पर मुझे हमेशा लगता है कि इसके बारे में शिकायत करने का कोई मतलब नहीं है। आपको बस आगे बढ़ना होगा और जो टीम इन परिस्थितियों पर सबसे अच्छी प्रतिक्रिया देगी उसे फायदा होगा।’’
भाषा आनन्द आनन्द नमिता
नमिता