बालासोर, 12 जुलाई (भाषा) ओडिशा के बालासोर जिले के एक महाविद्यालय की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से क्षुब्ध होकर शनिवार को कथित तौर पर शैक्षणिक संस्थान परिसर में खुद को आग लगा ली और इस घटना में वह 90 प्रतिशत तक जल गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि छात्रा को बचाने का प्रयास करने वाले एक अन्य छात्र भी झुलस गया है और दोनों को जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने बताया कि बाद में छात्रा को बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रेफर कर दिया गया। उसने बताया कि छात्रा का इलाज करने के लिए 12-सदस्यीय चिकित्सकों की टीम गठित की गई है।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना शनिवार दोपहर तब हुई जब पीड़ित छात्रा ने बालासोर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज के प्राचार्य दिलीप घोष से मुलाकात की। उसने पहले शिक्षा शास्त्र के सहायक प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी और मामले में कार्रवाई की मांग की थी।
ओडिशा सरकार ने महिला छात्रा द्वारा आत्मदाह के प्रयास पर संज्ञान लेते हुए कॉलेज के प्राचार्य और शिक्षा विभाग के प्रमुख को निलंबित कर दिया।
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि चूंकि घोष कॉलेज के प्राचार्य के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहे हैं, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
एक अधिकारी ने बताया कि बालासोर पुलिस ने आरोपी शिक्षक समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया है।
उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एम्स भुवनेश्वर का दौरा किया। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
सूरज ने कहा कि एक उच्च-स्तरीय जांच समिति गठित की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’
बालासोर के सांसद प्रताप सारंगी ने कॉलेज के प्राचार्य, छात्रों और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद निंदनीय और बर्बरतापूर्ण है। मैंने 5/6 दिन पहले कॉलेज के प्राचार्य से बात की थी। मैंने उनसे आरोपी शिक्षक को अनिवार्य छुट्टी पर भेजने का सुझाव दिया था, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी।’’
अधिकारियों ने बताया कि महिला कॉलेज में एकीकृत बीएड पाठ्यक्रम की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। उसने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक हफ्ते तक कॉलेज परिसर में धरना भी दिया था।
प्राचार्य दिलीप घोष ने कहा, ‘‘छात्रा मेरे पास आई थी और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई चाहती थी। वह तनाव में दिख रही थी, इसलिए मैंने उसकी काउंसलिंग की। उसने 30 जून को शिकायत दर्ज कराई थी और आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की जांच चल रही है।’’
बालासोर के पुलिस अधीक्षक राज प्रसाद ने बताया कि आरोपी शिक्षक समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक वैज्ञानिक टीम मौके पर मामले की जांच कर रही है।
छात्रा की स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल गए बालासोर के विधायक मानस दत्ता ने कहा, ‘‘पीड़िता की हालत गंभीर है। हमारी पहली प्राथमिकता उसकी जान बचाना है।’’
पीड़िता के मित्रों के मुताबिक, विभागाध्यक्ष द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण छात्रा पिछले कई दिनों से गंभीर मानसिक तनाव में थी।
उसके दोस्तों ने बताया कि पीड़िता की पीड़ा तब और बढ़ गई जब न तो कॉलेज प्रशासन और न ही पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई की।
इस घटना के बाद कॉलेज परिसर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।
इस बीच, विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने कहा, ‘‘हम न सिर्फ़ आज बालासोर में हुई घटना से स्तब्ध हैं, बल्कि पिछले एक महीने में ओडिशा में जो कुछ हो रहा है, उससे भी ज़्यादा स्तब्ध हैं।’’
बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा, ‘‘गोपालपुर समुद्र तट पर एक कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और एक जोड़े को बैल की तरह जमीन जोतने के लिए मजबूर किया गया। ओडिशा एक शांतिपूर्ण जगह है और हमने ओडिशा में ऐसी चीजें कभी नहीं देखीं।’’
बीजद ने बालासोर में छात्रा द्वारा आत्महत्या के प्रयास के लिए राज्य की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि छात्र महाविद्यालयों में भी असुरक्षित हैं।
विपक्षी पार्टी ने कहा, ‘‘हम कॉलेज प्राचार्य की गिरफ्तारी की मांग करते हैं। बालासोर के सांसद छात्रा को न्याय दिलाने में विफल रहे हैं, जबकि घटना से पहले उनसे संपर्क किया गया था।’’
मोहंती ने कहा कि पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने छात्र और उसके परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की तथा मामले में न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
भाषा धीरज सुरेश
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