कोलकाता, 12 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के खेजुरी इलाके में एक धार्मिक कार्यक्रम में दो लोगों को इलाके के एक तृणमूल कांग्रेस नेता समेत सात लोगों द्वारा मार डाला गया।
शुभेंदु अधिकारी ने इसके खिलाफ खेजुरी बंद का आह्वान किया।
हालांकि, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों की मौत एक लाइटपोस्ट से हैलोजन लैंप के दुर्घटनावश गिर जाने के कारण हुई तथा उनके साथ मारपीट या हथियारों से हमला किए जाने का कोई संकेत नहीं मिला।
अधिकारी ने कहा, ‘‘मौतों के पीछे की असली वजह पोस्टमॉर्टम जांच के बाद पता चलेगी।’’
अधिकारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘ममता बनर्जी के वोट बैंक ने खेजुरी पुलिस थाना क्षेत्र के भांगनमारी गांव में दो हिंदुओं की बेरहमी से मार डाला।’’
उन्होंने बताया कि सुजीत दास (23) और सुधीर चंद्र पाइक (65) शुक्रवार रात खेजुरी के जनक इलाके में मुहर्रम के एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे और सात लोगों ने उनकी हत्या कर दी।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सात लोगों के नाम लिये और दावा किया कि उनमें से एक गरीरुल इस्लाम, ‘‘इलाके का एक प्रमुख टीएमसी नेता है।’’
अधिकारी ने कहा कि सभी आरोपी फरार हैं और उनके घरों पर ताले लगे हैं।
पुलिस के बयान का खंडन करते हुए, भाजपा नेता ने पोस्ट में कहा, ‘‘मृतकों पर चोट के निशान और खून के धब्बे इन मौतों के पीछे संदिग्ध परिस्थितियों का संकेत देते हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि इन मौतों के विरोध में खेजुरी में बंद रखा जाएगा।
स्थानीय टीएमसी नेता उत्तम बारिक ने दावा किया कि यह एक दुर्घटना थी और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है।
भाजपा नेता अधिकारी पर लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने के प्रयास में ‘गंदा खेल’ खेलने का आरोप लगाते हुए बारिक ने कहा कि शवों के पोस्टमार्टम से सही कारणों और परिस्थितियों की पुष्टि होगी। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व मेदिनीपुर के लोग शुभेंदु अधिकारी और उनकी राजनीति को करारा जवाब देंगे।’’
भाषा अमित सुरेश
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