कोटा (राजस्थान), 12 जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को तेजी से बढ़ते कोचिंग सेंटरों की आलोचना करते हुए उन्हें प्रतिभाओं के लिए ‘‘पोचिंग सेंटर’’ और ‘‘ब्लैक होल’’ करार दिया।
धनखड़ का ‘पोचिंग सेंटर’ से परोक्ष तौर पर तात्पर्य यह हो सकता है कि ये प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करके उन्हें अपने व्यवसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
धनखड़ कोटा के रानपुर इलाके में स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर कुल 189 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गईं।
धनखड़ ने कहा, ‘‘मैं नागरिक समाज और जन प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि वे इस बीमारी (कोचिंग) की गंभीरता को समझें। हमें शिक्षा में विवेकशीलता बहाल करने के लिए एकजुट होना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘‘कोटा को शिक्षा का केंद्र बनने दें, न कि ‘पोचिंग’ या कोचिंग सेंटर का केंद्र।’’
धनखड़ ने कहा, ‘‘सीट सीमित हैं और कोचिंग सेंटर पूरे देश में हैं। वे…हमारे छात्रों को रोबोट बना देते हैं, उनकी सोचने की प्रक्रिया पूरी तरह से अवरुद्ध कर देते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘याद रखें, आपका अंकपत्र और ग्रेड आपको कभी परिभाषित नहीं करेगा। जब आप प्रतिस्पर्धी दुनिया में कदम रखेंगे, तो आपका ज्ञान और विचारशील मन आपको परिभाषित करेगा।’’
उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भी सराहना की और कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह उपनिवेशवादियों द्वारा स्थापित शिक्षा प्रणाली से छात्रों को उबारेगी। उन्होंने छात्रों से रोजगार की तलाश करने वाले के बजाय नौकरी देने वाले बनने का भी आग्रह किया।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भी दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और आईआईआईटी कोटा निदेशक एन पी पाढ़ी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
भाषा अमित पवनेश
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