उदयपुर, 12 जुलाई (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर रोक लगाये जाने के बाद उदयपुर के कन्हैयालाल की विधवा जशोदा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इस फिल्म की रिलीज सुनिश्चित करने का आग्रह किया है ताकि ‘‘पूरी दुनिया को सच्चाई पता चल सके।’’
यहां 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने कथित रूप से बेरहमी से हत्या कर दी थी। यह फिल्म इसी हत्याकांड पर आधारित है।
अपने कतिपय पत्र में जशोदा ने आरोप लगाया कि मुस्लिम संगठनों और उनके वकील कपिल सिब्बल ने अदालत से फिल्म पर रोक लगवा दी। यह पत्र शनिवार को सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया।
जशोदा ने लिखा, ‘‘मैंने खुद फिल्म देखी है। यह सिर्फ कन्हैयालाल की हत्या की कहानी है, उसमें तो कुछ भी गलत नहीं है।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा,‘‘आपसे प्रार्थना है कि इस फिल्म को रिलीज करा दीजिए ताकि पूरी दुनिया को सच्चाई पता चल सके।’’
पत्र में उन्होंने लिखा है,‘‘तीन साल पहले उन्हें मार दिया गया और अब ये वकील कपिल सिब्बल कह रहे हैं कि जो हुआ उसे फिल्म में दिखा भी नहीं सकते। मेरे बच्चे बता रहे हैं कि फिल्म पर अब मोदी सरकार फैसला करेगी। आपको तो पता ही है कि हमारे साथ कितना गलत हुआ और अब उल्टा वही लोग अदालत में जा रहे हैं जिन्होंने इनको मारा है।’’
जशोदा ने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए भी समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि वह अपने दोनों बच्चों के साथ उनसे मिलना चाहती हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने हाल में कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘‘उदयपुर फाइल्स’’ की रिलीज पर रोक लगा दी।
अदालत के स्थगन आदेश के बाद कन्हैयालाल के बेटे यश तेली ने कहा, ‘‘मेरे पिता के हत्यारों को अभी तक सजा नहीं मिली है। मामला तीन साल से लंबित है। हमें न्याय कब मिलेगा?’’
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम को फरार आरोपी बनाया है और मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद एवं मोहम्मद रियाज अत्तारी समेत 11 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। मोहम्मद जावेद और फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला को एनआईए अदालत से जमानत मिल चुकी है।
भाषा स. पृथ्वी राजकुमार
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