हैदराबाद, 13 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड अपनी मौजूदा 6.7 गीगावाट क्षमता को बढ़ाकर 20 गीगावाट करने के लिए 2030 तक 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 1.25 लाख करोड़ रुपये के नियोजित पूंजीगत निवेश में से कंपनी लगभग 65,000 करोड़ रुपये नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य हरित पहल पर खर्च करेगी।
उन्होंने बताया कि लगभग 45,000 करोड़ रुपये तापीय ऊर्जा और लगभग 15,000 करोड़ रुपये खनन के लिए निवेश किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा पर 65,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय में से लगभग 15,000 करोड़ रुपये बैटरी भंडारण प्रणाली पर खर्च किए जाएंगे।
कुमार ने पीटीआई वीडियो को बताया, ‘‘हम तेजी से क्षमता वृद्धि योजना पर काम कर रहे हैं, जिसमें नवीकरणीय क्षमता के साथ ही पारंपरिक क्षमता को भी जोड़कर मौजूदा 6.7 गीगावाट से 20 गीगावाट तक क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके लिए 2030 तक लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की जरूरत है।’’
उन्होंने बताया कि एनएलसीआईएल 1.25 लाख करोड़ रुपये के नियोजित पूंजीगत व्यय के लिए आंतरिक स्रोतों, घरेलू ऋण, आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) और बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के जरिये वित्तपोषण की व्यवस्था कर रही है।
उन्होंने कहा कि एनएलसी श्रीलंका, भूटान, नेपाल, म्यांमा, अफ्रीका और पश्चिम एशिया में एक परामर्श कारोबार शुरू करने और विदेशों में बैटरी खनिज परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करने पर भी विचार कर रही है। इन खनिजों में वैनेडियम, कोबाल्ट, लिथियम और तांबा शामिल हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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