नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह का पारिश्रमिक पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में कंपनी के बेहतर प्रदर्शन के बाद सालाना 34 प्रतिशत बढ़कर 36.65 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान निदेशकों/केएमपी (प्रमुख प्रबंधकीय कर्मियों) को भुगतान/देय पारिश्रमिक की सूची के अनुसार, डीएलएफ के चेयरमैन और पूर्णकालिक निदेशक को पिछले वित्त वर्ष में 36.65 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 27.30 करोड़ रुपये था।
डीएलएफ चेयरमैन को दिए गए कुल पारिश्रमिक में से 34.53 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में दिए गए हैं।
निदेशक मंडल ने चेयरमैन के साथ-साथ कंपनी के दो प्रबंध निदेशकों – अशोक कुमार त्यागी और देविंदर सिंह को 2024-25 के लिए कमीशन/वैरिएबल पे को मंजूरी दी थी। यह कर-पश्चात एकीकृत लाभ, नकदी प्रवाह जैसे लक्षित मापदंडों के आधार पर और निर्माण व्यय और पूर्व-बिक्री को ध्यान में रखते हुए किया गया था।
त्यागी को 2024-25 के लिए 14.16 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला है, जो उससे पिछले वर्ष के 13.52 करोड़ रुपये से लगभग पांच प्रतिशत अधिक है। इसमें से 8.77 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में हैं।
डीएलएफ के प्रबंध निदेशक (एमडी) देविंदर सिंह का पारिश्रमिक भी पिछले वित्त वर्ष में लगभग पांच प्रतिशत बढ़कर 14.16 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2023-24 में यह 13.52 करोड़ रुपये था। उन्हें कमीशन के रूप में भी 8.77 करोड़ रुपये मिले।
त्यागी और देविंदर सिंह चार अगस्त, 2023 से प्रबंध निदेशक बन गए।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से डीएलएफ भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी है।
इसका शुद्ध लाभ 2024-25 में बढ़कर 4,366.82 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 2,723.53 करोड़ रुपये था।
भाषा अनुराग अजय
अजय