30.1 C
Jaipur
Monday, July 14, 2025

एआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में जिम्मेदारी से काम किया: पायलट एसोसिएशन

Newsएआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में जिम्मेदारी से काम किया: पायलट एसोसिएशन

मुंबई, 13 जुलाई (भाषा) ‘इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन’ (आईसीपीए) ने रविवार को कहा कि पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त हुए एआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने प्रशिक्षण और जिम्मेदारियों के अनुरूप काम किया तथा पायलटों को अटकलों के आधार पर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।

एसोसिएशन ने कुछ हलकों में पायलट के आत्महत्या करने संबंधी अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जब तक आधिकारिक जांच पूरी नहीं हो जाती और अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, कोई भी अटकलबाजी अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।

‘एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ ने भी एअर इंडिया विमान दुर्घटना की निष्पक्ष और तथ्य-आधारित जांच की मांग करते हुए शनिवार को दावा किया था कि हादसे की जांच की शैली और दिशा पायलट की गलती की ओर संकेत करने वाला पूर्वाग्रह है।

आईसीपीए टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया में ‘नैरो बॉडी’ वाले विमान बेड़े के पायलटों का संगठन है।

वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) ने 12 जून को बोइंग 787-8 विमान हादसे की अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है, जिसमें कुल 260 लोग मारे गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि एअर इंडिया के विमान के अहमदाबाद से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ सेकंड पहले, इसके दोनों इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच बंद हो गए थे।

पंद्रह पन्ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉकपिट की आवाज रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता सुनाई देता है कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, जिस पर दूसरा पायलट ईंधन बंद करने से इनकार करता है।

बारह जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहे एअर इंडिया की एआई171 उड़ान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में एएआईबी ने शनिवार को कहा कि बोइंग 787-8 विमान के ईंधन स्विच उड़ान भरने के तुरंत बाद बंद हो गए थे।

रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘कॉकपिट की आवाज रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता सुनाई देता है कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, जिस पर दूसरा पायलट ईंधन बंद करने से इनकार करता है।’’

आईसीपीए ने रविवार को कहा कि वह मीडिया और कुछ सार्वजनिक चर्चाओं में लगाई जा रही अटकलों से बहुत परेशान है, विशेष रूप से पायलट की आत्महत्या के संबंध में लापरवाह और निराधार आरोप से।

आईसीपीए ने बयान में कहा, ‘‘इस समय ऐसे दावे का कोई आधार नहीं है तथा अधूरी या प्रारंभिक जानकारी के आधार पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाना न केवल गैरजिम्मेदाराना है – बल्कि इसमें शामिल व्यक्तियों और परिवारों के प्रति भी असंवेदनशील रवैया है।’

एसोसिएशन ने इस बात पर जोर दिया कि पायलटों को व्यापक मनोवैज्ञानिक और पेशेवर जांच, औचक प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है, तथा सुरक्षा, जिम्मेदारी और मानसिक स्वास्थ्य के उच्चतम मानकों के तहत काम करना होता है।

आईसीपीए ने कहा कि वह सक्षम प्राधिकारियों द्वारा स्थापित कठोर जांच प्रोटोकॉल पर भरोसा करती है और उनका सम्मान करती है। साथ ही उसने कहा कि ये जांच विधिपूर्वक और बिना किसी पूर्वाग्रह के तथ्यों को सामने लाने के लिए तैयार की गई हैं।

आईसीपीए ने कहा, ‘‘जब तक आधिकारिक जांच पूरी नहीं हो जाती और अंतिम रिपोर्ट प्रकाशित नहीं हो जाती, कोई भी अटकलबाजी, विशेषकर इतनी गंभीर प्रकृति की, अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।’’

एएआईबी ने प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा कि जांच जारी है और जांच दल हितधारकों से प्राप्त अतिरिक्त साक्ष्यों, अभिलेखों और सूचनाओं की समीक्षा और जांच करेगा।

एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएलपीए) ने शनिवार को एअर इंडिया विमान दुर्घटना की निष्पक्ष और तथ्य-आधारित जांच की मांग की। एएलपीए ने कहा था, ‘‘जांच की शैली और दिशा पायलट की गलती की ओर संकेत करने वाला पूर्वाग्रह है…एएलपीए इंडिया इस धारणा को स्पष्ट रूप से खारिज करती है और निष्पक्ष, तथ्य-आधारित जांच पर जोर देती है।’’

एसोसिएशन ने यह भी मांग की है कि पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उसके प्रतिनिधियों को जांच प्रक्रिया में पर्यवेक्षक बनाया जाए।

एएलपीए इंडिया, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन (आईएफएएलपीए) का एक ‘मेंबर एसोसिएट’ है।

भाषा आशीष सुभाष

सुभाष

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles