कोलकाता, 13 जुलाई (भाषा) भारतीय प्रबंधन संस्थान-कलकत्ता ने रविवार को कहा कि वह अपने परिसर में एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न के मद्देनजर छात्रों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।
पुलिस ने शनिवार को बताया था कि आईआईएम-कलकत्ता के एक छात्र ने परिसर के एक छात्रावास में महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया था।
उन्होंने बताया कि महिला द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर आरोपी छात्र को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां की एक अदालत ने छात्र को 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
हालांकि, आईआईएम-कलकत्ता ने मामले की संवेदनशीलता और जारी कानूनी कार्यवाही का हवाला देते हुए किए जा रहे उपायों का विवरण साझा करने से इनकार कर दिया।
प्रभारी निदेशक सैबल चट्टोपाध्याय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम अपने छात्रों की सुरक्षा और कुशलता सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक रूप से लगातार उनके साथ संपर्क में हैं। मैंने अपनी टीम को स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया है। यह मेरा स्पष्ट निर्देश है।’’
उन्होंने कहा कि आईआईएम-कलकत्ता परिसर सह-शिक्षा वाला है और हालिया घटनाक्रम से अभिभावकों में कुछ आशंकाएं उत्पन्न हुई हैं, जिसे उन्होंने ‘स्वाभाविक’ बताया, क्योंकि संस्थान ने पहले कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया है।
चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘‘मैं इस बारे में विस्तार से नहीं बता सकता कि हम क्या कर रहे हैं। हम शनिवार को अपने बयान में जो कुछ भी कह चुके हैं, उससे ज़्यादा कुछ मीडिया के साथ साझा नहीं करेंगे, क्योंकि यह मामला संवेदनशील और अदालत के विचाराधीन है।’’
आईआईएम कलकत्ता ने शनिवार को जारी अपने बयान में कहा था, ‘‘हम इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं, जो वर्तमान में जांच कर रहे हैं। संबंधित व्यक्ति को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और कानूनी प्रक्रिया जारी है।’’
संस्थान ने कहा था कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सभी संबंधित व्यक्तियों की गरिमा, सुरक्षा और गोपनीयता की रक्षा करते हुए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाए।
बयान में कहा गया है, ‘‘हम यह पुष्टि करना चाहते हैं कि भारतीय प्रबंधन संस्थान-कलकत्ता ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करता और परिसर में सुरक्षित तथा सम्मानजनक माहौल बनाए रखने के लिए दृढ़ है।’’
पुलिस ने कथित घटना की जांच के लिए नौ-सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। हालांकि, महिला के पिता ने दावा किया है कि कथित घटना हुई ही नहीं।
भाषा अमित सुरेश
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