मुंबई, 13 जुलाई (भाषा) पायलटों के समूह एएलपीए-इंडिया ने रविवार को कहा कि वह एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान दुर्घटना की जांच में अपने सदस्यों को शामिल करने के लिए कानूनी सहारा लेने पर विचार कर रहा है। इससे एक दिन पहले उसने आरोप लगाया था कि वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलट की गलती की ओर संकेत करने वाला पूर्वाग्रह है।
एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएलपीए-इंडिया) देश भर की एयरलाइन और हेलीकॉप्टर कंपनियों के 800 से अधिक पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है। यह इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन (आईएफएएलपीए) का एक सदस्य है। आईएफएएलपीए का दावा है कि 100 देशों के एक लाख पायलट इसके सदस्य हैं।
एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में, एएलपीए-इंडिया के प्रतिनिधि सोमवार को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों से मिलेंगे।
एएलपीए-इंडिया के अध्यक्ष सैम थॉमस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट वेबसाइट पर डाल दी गई है। इस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं। हम पारदर्शिता चाहते हैं। हमने जांच पैनल में अपना प्रतिनिधित्व मांगा है।’’
थॉमस ने कहा कि उनके सदस्यों के पास इस क्षेत्र की विशेषज्ञता है और वे एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच में सार्थक योगदान दे सकते हैं।
एसोसिएशन यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी उपाय पर विचार कर रहा है कि उसके सदस्यों को जांच दल का हिस्सा बनाया जाए।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब कुछ लोगों का मानना है कि ईंधन स्विच किसी पायलट द्वारा बंद किये गए होंगे। इस धारणा को पायलट समूहों ने पुरजोर तरीके से खारिज कर दिया है।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एआईआईबी) की शनिवार सुबह जारी की गई रिपोर्ट से पता चला कि दोनों इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच एक सेकेंड के अंतराल में ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे, जिसके कारण विमान की ऊंचाई में तत्काल कमी आ गई। रिपोर्ट के अनुसार इससे एअर इंडिया उड़ान संख्या 171 की कॉकपिट में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।
घरेलू बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन, एअर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है।
शनिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार कॉकपिट की आवाज रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता सुनाई देता है कि उसने ईंधन स्विच क्यों बंद किया, जिस पर दूसरा पायलट ईंधन स्विच बंद करने से इनकार करता है।
एएलपीए ने एक बयान में कहा, ‘‘जांच की शैली और दिशा पायलट की गलती की ओर झुकाव का संकेत देती है… एएलपीए इंडिया इस धारणा को स्पष्ट रूप से खारिज करता है और निष्पक्ष, तथ्य-आधारित जांच पर जोर देता है।’’
भाषा अमित नरेश
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