कराची, 14 जुलाई (भाषा) पाकिस्तान के कराची में लोकप्रिय अभिनेत्री और मॉडल हुमैरा असगर अली की दुखद मौत ने तेजी से फल-फूल रहे पाकिस्तानी फिल्म और टेलीविजन उद्योग की गंभीर समस्याओं को और खासतौर पर भुगतान संबंधी दिक्कतों को उजागर कर दिया है।
हुमैरा का शव सड़ी गली अवस्था में आठ जुलाई को कराची की पॉश डिफेंस हाउसिंग सोसाइटी स्थित उनके अपार्टमेंट से बरामद हुआ।
प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत लगभग आठ से दस महीने पहले हो चुकी थी।
अभिनेत्री (32) को शुक्रवार को उनके पैतृक शहर लाहौर में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में उनकी मौत में किसी साजिश के संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन सरकार ने इस दुखद घटना के कारणों की जांच के लिए एक संयुक्त जांच समिति का गठन किया है।
हुमैरा असगर की मौत ने इस बात को उजागर कर दिया है कि पाकिस्तानी फिल्म उद्योग किस तरह काम करता है। कई कलाकार सामने आकर बता रहे हैं कि न सिर्फ अभिनेता, बल्कि लाइट ब्वॉय और तकनीकी कर्मचारी भी अपने मेहनताने के लिए प्रोडक्शन हाउसों से गुहार लगाते रहते हैं और फिर भी उन्हें महीनों तक भुगतान नहीं किया जाता।
दिग्गज अभिनेता फिरदौस जमाल ने हुमैरा की मौत को पाकिस्तानी ड्रामा उद्योग को आइना दिखाने वाला बताया।
उन्होंने कहा, ‘सोचिए, उसका शव छह महीने तक अपार्टमेंट में पड़ा रहा और किसी ने भी, यहां तक कि पड़ोसियों ने भी, उसकी कोई खबर नहीं ली!’
एक अन्य अभिनेता फैज़ान ख्वाजा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि उन्होंने भुगतान संबंधी समस्याओं के कारण फिल्मी दुनिया छोड़ दी।
उन्होंने लिखा, ‘आप मेहनत से काम करते हैं और फिर भी एक साल पुराने भुगतान प्रोडक्शन हाउसों से नहीं मिलते।’
रंगमंच और टेलीविजन के दिग्गज अभिनेता मुहम्मद अहमद ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि कलाकार दिन-रात और लंबी शिफ्ट में काम करते हैं, इसके बावजूद उन्हें प्रोडक्शन हाउसों से अपना मेहनताना पाने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है।
भाषा योगेश वैभव
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