(परिवर्तित स्लग के साथ)
अगरतला, 14 जुलाई (भाषा) दिल्ली में मृत पायी गयी स्नेहा देबनाथ के माता-पिता अपनी दोनों बेटियों की बेहतर उच्च शिक्षा के लिए त्रिपुरा से राष्ट्रीय राजधानी चले गए थे।
स्नेहा का शव उसके लापता होने के करीब एक सप्ताह बाद दिल्ली में यमुना नदी से बरामद किया गया।
दक्षिण त्रिपुरा में सबरूम की रहने वाली 19 वर्षीय स्नेहा दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।
वह सात जुलाई को लापता हो गयी थी। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा के हस्तक्षेप के बाद एक व्यापक तलाश अभियान शुरू किया गया और रविवार को दिल्ली पुलिस व राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने यमुना नदी से उसका शव बरामद किया।
इस घटना से उसके माता-पिता बुरी तरह टूट गए हैं। मृतका के पिता प्रितीश देबनाथ से जब ‘पीटीआई-भाषा’ से संपर्क किया तो वह भावुक हो गए और कुछ बोल नहीं पा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी कुछ नहीं कह सकता…मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि किसी को बता सकूं कि मेरे मन में क्या चल रहा है।’’
सबरूम में भूराटाली गांव के रहने वाले पूर्व सैन्यकर्मी देबनाथ अपनी दो बेटियों बिपासा और स्नेहा की बेहतर शिक्षा के लिए दिल्ली जाकर बस गए थे।
उनकी बड़ी बेटी बिपासा गणित में परास्नातक की पढ़ाई कर रही है जबकि स्नेहा कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।
मृतका के एक रिश्तेदार आशिम देबनाथ ने सबरूम से ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मेरे अंकल दिल्ली के साकेत इलाके में एक फ्लैट में रह रहे थे और उनकी अपनी दो बेटियों की उच्च शिक्षा पूरी होने के बाद अपने पैतृक स्थान भूराटाली लौटने की योजना थी।’’
उन्होंने बताया, ‘‘स्नेहा की मौत से हम दुखी और स्तब्ध हैं, जो एक उज्ज्वल भविष्य के लिए दिल्ली गई थी। मैंने रविवार रात को अपने अंकल से बात की और वह अपनी छोटी बेटी की मौत से बहुत ज्यादा टूट गए हैं।’’
इस बीच, मुख्यमंत्री ने स्नेहा की मौत पर दुख जताया और कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि उसने आत्महत्या की है।
मुख्यमंत्री साहा ने रविवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं उसकी (छात्रा की) मौत पर दुख व्यक्त करता हूं और मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ है। मैं त्रिपुरा भवन, नयी दिल्ली के अधिकारियों से परिवार को हर संभव मदद देने का अनुरोध करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उसने नदी में कूदकर आत्महत्या की। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।’’
भाषा गोला मनीषा
मनीषा