जालना, 14 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले के साप्ताहिक बाजारों में मवेशियों की खरीद-फरोख्त का सोमवार से अनिश्चितकालीन बहिष्कार करने की कई संगठनों ने घोषणा की है। उनका आरोप है कि गौरक्षकों की ओर से उन पर हमले किए जा रहे हैं।
इस संबंध में एक संगठन के पदाधिकारी ने बताया कि बहिष्कार का निर्णय बृहस्पतिवार को पशु व्यापारियों की एक बैठक में लिया गया।
उन्होंने दावा किया, ‘‘भैंस के मांस का व्यापार वैध होने के बावजूद गौरक्षक हमें परेशान करते हैं। मारपीट की भी कई घटनाएं हुई हैं। बार-बार अनुरोध के बावजूद पुलिस ने इन तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस अक्सर हमारे मवेशियों को जब्त कर लेती है और हमें उन्हें वापस पाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है।’’
स्वाभिमानी शेतकारी संगठन की जालना जिला इकाई के प्रमुख साईनाथ चिनदोरे ने कहा कि इस विरोध से यहां की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ सकता है, जहां ऐसे 10 साप्ताहिक बाजार हैं।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर में 10 जुलाई से इसी तरह का आंदोलन हो रहा है, जिससे वहां भैंस के मांस की प्रसंस्करण इकाइयां प्रभावित हुई हैं।
भाषा नेत्रपाल पारुल
पारुल