बलरामपुर, 14 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में प्रशासन ने अवैध धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों से सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण में खर्च हुए 8.55 लाख रुपये धनराशि की वसूली करने का फैसला किया है। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बलरामपुर के जिलाधिकारी (डीएम) पवन अग्रवाल ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि उतरौला क्षेत्र के मधपुर गांव स्थित गाटा संख्या 370 एवं 337 में अवैध कब्जा कर भवन का निर्माण किया गया था, जिसको हटाने के लिए प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर एक सप्ताह में अवैध कब्जा हटाने का निर्देश दिया गया था।
जिलाधिकारी ने कहा कि नोटिस जारी करने के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कब्जा नहीं हटाया गया। विवश होकर प्रशासन को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करनी पड़ी।
अग्रवाल ने कहा कि अवैध रूप से बने भवन के ध्वस्तीकरण में आठ बुलडोजर के माध्यम से तीन दिन में कुल 24 बुलडोजर के जरिए अवैध कब्जा हटाया गया। डीएम के मुताबिक इस ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में कुल खर्च आठ लाख 55 हजार रुपये आया है।
उन्होंने कहा कि इस धनराशि को जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों से वसूला जाएगा। उन्होंने बताया कि वसूली का नोटिस जारी किया जा रहा है और क्षतिपूर्ति न जमा होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले एक गिरोह के कथित सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को एक सप्ताह की हिरासत में लिया था, जिसके कुछ दिनों बाद यह कार्रवाई की गई है।
एटीएस की एक टीम ने शुक्रवार को मधपुर स्थित उसके घर का दौरा किया और चल रही जांच के सिलसिले में महत्वपूर्ण दस्तावेज एकत्र किए। जलालुद्दीन और सह-आरोपी नीतू उर्फ नसरीन को पांच जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
भाषा
सं, आनन्द, रवि कांत
रवि कांत