मुंबई, 14 जुलाई (भाषा) शिवसेना विधायक नीलेश राणे और शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे के बीच सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में उस समय तीखी बहस हो गई जब आदित्य ने राणे के सहयोगियों संजय गायकवाड़ और संजय शिरसाट के लिए परोक्ष रूप से ‘चड्ढी बनियान’ गिरोह शब्द का इस्तेमाल किया।
हाल में एक वीडियो में बुलढाणा से शिवसेना विधायक गायकवाड़ को बनियान और तौलिया पहने हुए, एक कैंटीन कर्मचारी पर बासी दाल परोसने का आरोप लगाते हुए घूंसा मारते हुए देखा गया था, जबकि मंत्री संजय शिरसाट को एक बिस्तर पर एक बैग के पास आराम करते हुए देखा गया था, जिसके बारे में आदित्य ठाकरे की पार्टी ने दावा किया था कि उसमें नोटों के बंडल थे।
वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे ने विधानसभा में कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सहानुभूति है क्योंकि उन्हें अपने ‘चड्ढी बनियान गिरोह’ के सहयोगियों से निपटना पड़ रहा है। आदित्य ने कहा, ‘वे जो चाहें करते हैं क्योंकि उन्हें डर नहीं है।’
जवाब में, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कुडाल से विधायक नीलेश राणे ने आदित्य को उन सभी के नाम लेने की चुनौती दी, जिन्हें उन्होंने ‘चड्ढी बनियान गिरोह’ कहा।
राणे ने आदित्य ठाकरे की टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग करते हुए कहा, ‘कोई सिर्फ़ आलोचना करने के लिए ऐसी टिप्पणी कैसे कर सकता है? अगर हिम्मत है तो नाम लीजिए।’
भाषा आशीष प्रशांत
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