लखनऊ, 14 जुलाई (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर सूबे की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि अपने प्रचार पर अरबों रुपये खर्च करने वाली भाजपा सरकार के पास स्कूलों के लिये धन नहीं है।
यादव ने यहां एक बयान में कहा, ”सरकार का 10 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्कूलों को बंद करने का फैसला बच्चों के भविष्य को तबाह करने वाला है। भाजपा अपने प्रचार पर अरबों रुपये खर्च करती है लेकिन उसके पास स्कूलों के लिए पैसा नहीं है।”
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ”स्कूलों को बंद करना भाजपा की साजिश का हिस्सा है। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। भाजपा सरकार स्कूल बंद कर गरीबों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है।”
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में अपने एक आदेश में 50 से कम बच्चों वाले प्राथमिक स्कूलों का पास के ही विद्यालय में विलय करने को कहा था। विपक्षी दल सरकार के इस फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं।
सपा प्रमुख ने कहा, ”भाजपा के एजेंडे में शिक्षा, नौकरी और रोजगार जैसे मुद्दे कभी नहीं रहे। प्रदेश में हजारों की संख्या में स्कूलों को बंद करने का सीधा असर बालिकाओं की शिक्षा पर पड़ेगा। गांव में गरीब परिवार की बच्चियां घरों से दूर कैसे स्कूल जाएंगी?”
यादव ने कहा कि भाजपा प्रदेश के भविष्य को खराब कर रही है और शिक्षा समेत हर क्षेत्र में राज्य को पीछे धकेल रही है। भाजपा चाहती है कि गरीब, पिछड़े, दलित शिक्षा से दूर रहे। अगर वे पढ़ लिख जायेंगे तो भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करेंगे और सवाल पूछेंगे। भाजपा सवालों से डरती है। लोगों को शिक्षित करने के बजाय उन्हें अशिक्षित बनाए रखना चाहती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जागरूक जनता भाजपा की चालों को समझ रही है। वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा की शिक्षा विरोधी सरकार को हमेशा के लिए सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाएगी।
भाषा
सलीम, रवि कांत रवि कांत