लंदन, 14 जुलाई (भाषा) लंदन जा रहे एअर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर जान गंवाने वाले ब्रिटिश यात्रियों के परिवार प्रारंभिक रिपोर्ट जारी होने के बाद ‘परेशान और चिंतित’ हैं और वे उसमें उठाए गए ‘बहुत गंभीर सवालों’ के जवाब मांगेगे।
ऐसे 20 परिवारों की कानूनी सलाह दे रही एक एक ब्रिटिश कंपनी ने सोमवार को यह बात कही।
बारह जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एअर इंडिया की उड़ान एआई 171 रवाना होने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी जिससे 260 लोग मारे गये थे। उनमें 241 यात्री थे। यह बोइंग 787-8 विमान था।
विमान में सवार 53 ब्रिटिश नागरिकों में से केवल एक यात्री विश्वास कुमार प्रकाश, चमत्कारिक रूप से इस दुर्घटना में बच गए।
इस मामले पर विमानन विशेषज्ञों के साथ काम कर रही विधि कंपनी ‘कीस्टोन लॉ’ ने अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) द्वारा छह साल पहले जारी किए गए ‘विशेष उड़ान योग्यता सूचना बुलेटिन’ की ओर इशारा किया, जो बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 में दोषपूर्ण ईंधन कटऑफ स्विच के संबंध में था।
प्रभावित परिवार अब अमेरिकी अदालतों में कानूनी कार्रवाई के माध्यम से बोइंग से जवाब मांगने की तैयारी कर रहे हैं। वे लंदन में एअर इंडिया के कानूनी प्रतिनिधियों के साथ चर्चा में लगे हैं।
‘कीस्टोन लॉ’ के एविएशन पार्टनर जेम्स हीली-प्रैट ने कहा, ‘‘जिन परिवारों का हम प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वे इस प्रारंभिक रिपोर्ट से परेशान और चिंतित हैं क्योंकि यह बोइंग और एअर इंडिया के खिलाफ बहुत गंभीर सवाल उठाती है।’’
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा पिछले सप्ताह जारी की गई 12 जून की दुर्घटना पर 15 पृष्ठों की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट से पता चला है कि दो इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच एक सेकंड के भीतर ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए, जिससे ऊंचाई में तत्काल कमी आई।
भाषा राजकुमार माधव
माधव